भुवनेश्वर, 14 जनवरी (भाषा) संयुक्त राष्ट्र खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और ओडिशा सरकार ने जलवायु परिवर्तन के छोटे एवं सीमांत किसानों पर पड़ने वाले प्रभाव को सीमित कर उनकी खाद्य सुरक्षा में सुधार लाने के लिए आपस में हाथ मिलाया है।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि बृहस्पतिवार को एक डिजिटल कार्यक्रम में कृषि निदेशक मुथु कुमार एवं डब्ल्यूएफपी के देश निदेशक बिशॉय पराजुली ने एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये।
एक प्रायोगिक पहल के तहत राज्य के छोटे किसानों, खासकर चक्रवात का अधिक जोखिम झेलने वालों, पर जलवायु संकट के प्रभावों को लेकर परामर्श प्रदान किया जाएगा।
बयान के अनुसार छोटे किसान राज्य में कृषक वर्ग का 90 फीसद हिस्सा हैं और वे अपनी खाद्य सुरक्षा एवं आय में सुधार के लिए सही कृषि एवं आजीविका का चयन कर पायेंगे।
डब्ल्यूएफपी और कृषि विभाग छोटे किसानों को सेवाएं प्रदान करने के लिए परियोजना के दौरान टूलकिट, प्रविधियां एवं दिशानिर्देश बनायेंगे। इनसे कृषकों को अधिक उत्पादनकारी एवं लचीली कृषि प्रणाली अपनाने को लेकर फैसला करने में मदद मिलेगी।
भाषा राजकुमार पवनेश
पवनेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चेन्नई में पब की छत गिरने से तीन लोगों की…
7 hours agoमौसमी बसु जेएनयू शिक्षक संघ की अध्यक्ष बनीं
7 hours ago