कोवैक्सीन की दो खुराक के बाद संक्रमित हुए लोगों में कुछ स्वरूपों के खिलाफ प्रतिरक्षा अधिक देखी गयी : अध्ययन |

कोवैक्सीन की दो खुराक के बाद संक्रमित हुए लोगों में कुछ स्वरूपों के खिलाफ प्रतिरक्षा अधिक देखी गयी : अध्ययन

कोवैक्सीन की दो खुराक के बाद संक्रमित हुए लोगों में कुछ स्वरूपों के खिलाफ प्रतिरक्षा अधिक देखी गयी : अध्ययन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:22 PM IST, Published Date : April 7, 2022/7:16 pm IST

नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक हालिया अध्ययन में कोवैक्सीन टीके की दोनों खुराक लिये जाने के बाद संक्रमण के मामलों में कोरोना वायरस के चिंताजनक स्वरूपों- बीटा, डेल्टा और ओमीक्रोन के खिलाफ प्रतिरक्षा शक्ति में काफी वृद्धि देखी गयी।

कोविड से उबर चुके लोगों में कोवैक्सीन के टीकाकरण के बाद प्रतिरोधक क्षमता में महत्वपूर्ण इजाफा देखा गया लेकिन यह ‘ब्रेकथ्रू’ या उन मामलों से कम थी जिनमें टीकाकरण के बाद भी लोगों को कोविड-19 हुआ।

‘ब्रेकथ्रू’ मामले में कोई व्यक्ति पूरी तरह से टीका लगने के बाद, विशेष रूप से कम से कम दो सप्ताह बाद कोविड-19 संक्रमित पाया जाता है।

हालांकि, अध्ययन में देखा गया कि जिन लोगों ने कोवैक्सीन की दो खुराक ली थीं, उनमें इस टीके की दूसरी खुराक के तीन महीने बाद कमजोर प्रतिरक्षा का प्रदर्शन करने वाले बहुत कम ‘न्यूट्रलाइज़िंग टाइटर्स’ थे।

अध्ययन में शामिल एनआईवी, पुणे की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ प्रज्ञा यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह अध्ययन कोविड रोधी टीके की बूस्टर खुराक या एहतियाती खुराक के महत्व को रेखांकित करता है जो रोग के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है।’’

इस साल फरवरी में कराये गये इस अध्ययन में वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप को अलग रखा गया। इसका प्रकाशन 5 अप्रैल को ‘जर्नल ऑफ इन्फेक्शन’ में किया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत में ओमीक्रोन के कारण आई महामारी की तीसरी लहर के असर ने हमें इस स्वरूप के खिलाफ कोवैक्सीन के प्रभाव के अध्ययन के लिए प्रेरित किया।’’

इस अध्ययन के तहत प्रतिभागियों को तीन समूहों में बांटा गया। पहले समूह में कोविड-19 के साधारण प्रभाव वाले 52 लोग थे जिन्हें कोवैक्सीन की दो खुराक दी गयी थीं और जिनकी औसत आयु 41.7 वर्ष थी।

दूसरे समूह में 41.7 वर्ष की औसत आयु वाले कोविड-19 से उबर चुके 31 लोग थे जिन्हें कोवैक्सीन की दो खुराक दी जा चुकी थीं।

तीसरे समूह में 40 ऐसे लोग थे जिन्हें कोवैक्सीन की दोनों खुराक के बाद संक्रमण पाया गया। इनकी औसत आयु 43.7 वर्ष थी।

भाषा

वैभव उमा

उमा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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