नई दिल्ली। President Election 2022 : राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों ने आज चर्चा कर उम्मीदवार चुन लिया। बैठक में शामिल करीब 19 दलों ने सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाने पर सहमति जताई है। जिसके बाद औपचारिक ऐलान भी हो गया। बता दें कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पर हुई अहम बैठक में जयराम रमेश, शरद पवार, डी राजा, प्रफुल्ल पटेल, सीताराम येचुरी, मल्लिकार्जुन खड़गे, रणदीप सुरजेवाला, हसनैन मसूदी (नेशनल कॉन्फ्रेंस), रामगोपाल यादव, ओवैसी की पार्टी के सांसद इम्तियाज जलील समेत कई नेता पहुंचे।
President Election 2022 : जबकि टीआरएस, आम आदमी पार्टी और शिवसेना बैठक में शामिल नहीं हुए। शरद पवार ने बताया कि कि तीनों पार्टियां यशवंत सिन्हा का समर्थन करेंगी। इन सब के बीच आज ऐसा लगा कि राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस की भूमिका नहीं के बराबर नजर आई। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि कांग्रेस के दिग्गज नेता इस बैठक में नजर तो आए लेकिन कुछ कह नहीं पाए। वहीं यशवंत सिन्हा ने कांग्रेस का नहीं बल्की टीएमसी का आभार जताया।
नाम के ऐलान के बाद सिर्फ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया है। 27 जून को 11.30 बजे दिन नामांकन जमा करेंगे। इस दौरान बीजेपी, उसके सहयोगियों से राष्ट्रपति के रूप में यशवंत सिन्हा का समर्थन करने की अपील की।
President Election 2022 : बता दें कि टीएमसी ने बैठक से पहले यशवंत सिन्हा का नाम आगे बढ़ाया था। वहीं आज बैठक में इसका ऐलान भी हो गया। इसे लेकर यशवंत सिन्हा ने ममता का आभार जताया था। सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि TMC में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता बनर्जी का आभारी हूं। उन्होंने आगे कहा कि अब एक समय आ गया है, जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए। मुझे यकीन है कि पार्टी मेरे इस कदम को स्वीकार करेगी।
President Election 2022 : राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम पर चर्चा के आज 15 सियासी दल शामिल हुए। इनमें तीन दल ऐसे भी थे जो शामिल तो नहीं हुए लेकिन समर्थन दिया है। वहीं इस बैठक में ध्यान देने वाली बात यह है सीएम ममता ने जिस नाम को आगे बढ़ाया था विपक्षी दलों ने उसी पर मुहर लगाई। इससे एक बात यह निकलकर सामने आती है कि ममता विपक्ष में एक बड़ी भूमिका निभा रही है। वहीं कांग्रेस की भूमिका नहीं के बराबर दिखी।
यह बात भले ही भविष्य के गर्त में छुपी हो लेकिन यह बिल्कुल साफ होते नजर आ रहा है कि विपक्ष ममता के हाथों में जाती दिख रही है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि ममता बनर्जी जिस तरह से विधानसभा चुनाव जीत के बाद केंद्र की राजनीति पर फैसले ले रही है।
दोनों ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar), तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee), जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख नीतीश कुमार (Nitish Kumar), बीजू जनता दल (बीजद) प्रमुख नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) सहित कई अन्य नेताओं से बात की है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा जबकि मतगणना के लिए 21 जुलाई की तारीख तय है। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई, 2022 को समाप्त हो रहा है।