राजस्थान: अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं के सुचारू संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी |

राजस्थान: अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं के सुचारू संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी

राजस्थान: अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं के सुचारू संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी

:   Modified Date:  April 17, 2024 / 03:16 PM IST, Published Date : April 17, 2024/3:16 pm IST

जयपुर, 17 अप्रैल (भाषा) राजस्थान सरकार ने अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं के सुचारू संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

इसके तहत चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं अधीक्षकों को मानक ‘प्रोटोकॉल’ (नियमों) का अनुपालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।

आधिकारिक बयान के अनुसार राज्य सरकार ने चिकित्सा महाविद्यालयों से सम्बद्ध चिकित्सालयों में मानक ‘प्रोटोकॉल’ का पालन नहीं होने के कारण विगत दिनों मरीजों को हुई असुविधा के प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए दिशा-निर्देश दिए हैं। साथ ही, यह हिदायत दी है कि लापरवाही के कारण भविष्य में कोई घटना सामने आती है तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित अधीक्षक की होगी तथा दोषी लोकसेवक के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि विगत दिनों एसएमएस अस्पताल में मरीज को गलत ‘ग्रुप’ का रक्त चढ़ाने, कांवटिया अस्पताल के परिसर में महिला का प्रसव होने जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है।

उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए समस्त चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं अधीक्षकों को चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पत्र लिखकर दिशा-निर्देश दिए हैं।

पत्र में कहा गया है कि चिकित्सालयों में ‘ड्यूटी रोस्टर’ में पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखा जाए। सभी चिकित्सक रोस्टर के अनुसार ‘ऑन फ्लोर एवं ऑन कॉल ड्यूटी’ पर उपस्थित रहें। रेजीडेंट चिकित्सकों के कार्य एवं दायित्वों के निरीक्षण के लिए आपात चिकित्सा कक्ष, प्रसव कक्ष, आई.सी.यू. जैसे संवेदनशील स्थानों पर ‘फैकल्टी’ (अध्यापकों) की ड्यूटी आवश्यक रूप से लगाई जाए। चिकित्सक ‘ड्यूटी रोस्टर’ के अनुसार सेवाएं दें, इसकी निगरानी अस्पताल अधीक्षक के स्तर से की जाए। रोस्टर की अवहेलना की स्थिति में प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक नियमानुसार कार्रवाई करें।

पत्र में अस्पतालों के स्टोर का नियमित भौतिक निरीक्षण करने, सभी उपकरणों की समुचित आपूर्ति के साथ ही उपकरणों एवं जांच मशीनों का नियमित रखरखाव सुनिश्चित करने, ऑक्सीजन संयंत्र की क्रियाशीलता की नियमित जांच करने एवं वार्ड, आईसीयू, आपात चिकित्साकक्ष आदि में ऑक्सीजन की सुचारू आपूर्ति के निर्देश दिए गए हैं।

भाषा पृथ्वी राजकुमार

राजकुमार

 

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