राजनाथ ने रक्षा सम्पदा कर्मियों को रक्षा विभाग की जमीन का सर्वे करने के लिये पुरस्कार प्रदान किये |

राजनाथ ने रक्षा सम्पदा कर्मियों को रक्षा विभाग की जमीन का सर्वे करने के लिये पुरस्कार प्रदान किये

राजनाथ ने रक्षा सम्पदा कर्मियों को रक्षा विभाग की जमीन का सर्वे करने के लिये पुरस्कार प्रदान किये

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:27 PM IST, Published Date : February 10, 2022/10:46 pm IST

नयी दिल्ली, 10 फरवरी (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके रक्षा विभाग की 17.78 लाख एकड़ जमीन का सर्वेक्षण करने के लिये रक्षा सम्पदा कर्मियों को बृहस्पतिवार को पुरस्कार प्रदान किये। ये पुरस्कार 38 रक्षा सम्पदा कार्यालयों तथा चार सहायक रक्षा सम्पदा कार्यालयों के 11 अधिकारियों और 24 कर्मियों को प्रदान किये गये।

इस तरह के सर्वेक्षण में पहली बार ड्रोन इमेजरी, उपग्रह इमेजरी और 3-डी मॉडलिंग तकनीकों का इस्तेमाल किया गया।

रक्षामंत्री ने इस काम के लिए रक्षा सम्पदा महानिदेशालय की सराहना भी की।

राजनाथ ने पुरस्कृतों को बधाई देते हुये रक्षा सम्पदा कर्मियों की प्रशंसा की कि उन लोगों ने गैर-आबाद और दूर-दराज के क्षेत्रों में प्रतिकूल मौसमी हालात तथा कोविड-19 महामारी के खतरे के बावजूद यह काम पूरा किया।

उन्होंने कहा कि इन तकनीकों से जो परिणाम हासिल हुये हैं, वे ज्यादा सटीक और भरोसेमंद हैं। सर्वेक्षण में इलेक्ट्रॉनिक टोटल स्टेशन और डिफ्रेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम जैसी आधुनिक सर्वेक्षण तकनीकों का उपयोग किया है। ड्रोन और उपग्रह इमेजरी आधारित सर्वेक्षण भी किये गये, ताकि सटीक और समय पर नतीजे मिल सकें।

राजनाथ ने कहा, “पिछले 200-300 वर्षों में सर्वेक्षण के ज्ञान ने उन लोगो की यात्राओं में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो लोग दुनिया भर में अपना दबदबा कायम करने निकले थे। इसलिये यह हमारे लिये बहुत संतोष और हर्ष का विषय है कि आज हमारा देश आधुनिक पद्धतियों से जमीनी सर्वेक्षण की दिशा में आगे बढ़ रहा है, जो रक्षा जमीनों तथा छावनी इलाकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।”

रक्षा सम्पदा कार्यालय के दस्तावेजों के अनुसार रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व में 17.99 लाख एकड़ जमीन है, जिसमें से 1.61 लाख एकड़ जमीन देशभर के 62 अधिसूचित छावनियों में स्थित है। लगभग 16.38 लाख एकड़ जमीन छावनियों के कई हिस्सों में स्थित है। कुल 16.38 लाख एकड़ जमीन में से लगभग 18,000 एकड़ जमीन को या तो राज्य ने किराये पर ले रखा है या अन्य सरकारी विभागों को स्थानांतरित किये जाने के कारण उन्हें दस्तावेज से निकालना बाकी रह गया है। सर्वेक्षण का काम 17.78 लाख एकड़ में पूरा कर लिया गया है, जो अपने आप में महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि आजादी के बाद पहली बार पूरी रक्षा जमीनों का सर्वेक्षण किया गया है, जिसमें विभिन्न राज्य सरकारों के राजस्व अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। सर्वेक्षण में आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया।

भाषा रवि कांत दिलीप

दिलीप

 

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