शोधकर्ताओं ने बायोमास से ईंधन के उत्पादन पर अध्ययन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का किया इस्तेमाल |

शोधकर्ताओं ने बायोमास से ईंधन के उत्पादन पर अध्ययन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का किया इस्तेमाल

शोधकर्ताओं ने बायोमास से ईंधन के उत्पादन पर अध्ययन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का किया इस्तेमाल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:43 PM IST, Published Date : February 9, 2022/8:25 pm IST

चेन्नई, नौ फरवरी (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास के शोधकर्ताओं ने बुधवार को कहा कि बायोमास से ईंधन के उत्पादन का अध्ययन करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उपकरणों का इस्तेमाल किया गया।

आईआईटी मद्रास ने बताया कि कंप्यूटर सिमुलेशन और मॉडलिंग अध्ययन नया दृष्टिकोण प्रदान कर सकते हैं जिनका उपयोग बायोमास प्रसंस्करण के लिए प्रक्रियाओं और संयंत्रों के निर्माण के लिए किया जा सकता है।

आईआईटी मद्रास ने कहा, ‘‘व्यावहारिक प्रयोगों के माध्यम से इस तरह की समझ हासिल करना समय लेने वाली और महंगी प्रक्रिया होगी। कंप्यूटर सिमुलेशन और मॉडलिंग अध्ययन बायोमास रूपांतरण प्रक्रियाओं को विकसित करने में नया दृष्टिकोण प्रदान कर सकते हैं।’’

एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अध्ययन का नेतृत्व सहायक प्रोफेसर डॉ. हिमांशु गोयल और प्रोफेसर डॉ. निकेत एस. कैसरे ने किया। दुनिया भर के शोधकर्ता लकड़ी, घास और अपशिष्ट कार्बनिक पदार्थ जैसे बायोमास से ईंधन निकालने के तरीके खोज रहे हैं।

गोयल ने कहा, ‘‘अगली पीढ़ी के इंजीनियरों को उच्च-प्रदर्शन वाले कंप्यूटिंग और मशीन-लर्निंग कौशल पर प्रशिक्षित करने की तत्काल आवश्यकता है ताकि वे हमारे समक्ष मौजूद कुछ सबसे बड़ी चुनौतियों का समाधान कर सकें, जैसे कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए शून्य-उत्सर्जन प्रौद्योगिकियों का विकास करना।’’

भाषा आशीष उमा

उमा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)