सीता सोरेन पति की मौत का मुद्दा उठाने के लिए स्वतंत्र, लेकिन इस समय क्यों : अंजनी सोरेन |

सीता सोरेन पति की मौत का मुद्दा उठाने के लिए स्वतंत्र, लेकिन इस समय क्यों : अंजनी सोरेन

सीता सोरेन पति की मौत का मुद्दा उठाने के लिए स्वतंत्र, लेकिन इस समय क्यों : अंजनी सोरेन

:   Modified Date:  March 29, 2024 / 08:26 PM IST, Published Date : March 29, 2024/8:26 pm IST

जमशेदपुर, 29 मार्च (भाषा) झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन द्वारा अपने पति दुर्गा सोरेन की मौत की उच्च-स्तरीय जांच की मांग किये जाने के एक दिन बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक शिबू सोरेन की बेटी अंजनी ने इस मुद्दे को उठाये जाने के समय को लेकर सवाल किये हैं तथा आश्चर्य व्यक्त किया है कि वह (सीता) इससे पहले चुप क्यों थीं।

शिबू सोरेन की ज्येष्ठ पुत्रवधू सीता ने अपने पति की ‘रहस्यमय परिस्थितियों’ में मौत की उच्च-स्तरीय जांच की बृहस्पतिवार को मांग की। सीता ने झामुमो में लगातार नजरअंदाज किये जाने और अलग-थलग रखे जाने का आरोप लगाते हुए इस माह के प्रारंभ में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था।

झामुमो की ओडिशा इकाई की अध्यक्ष अंजनी सोरेन ने कहा, ‘‘वह (सीता) किसी के खिलाफ आरोप मढ़ने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन वह यह मुद्दा अभी उठा रही हैं, लेकिन उस वक्त (दुर्गा सोरेन की मौत के वक्त) कुछ नहीं कहा।’’

अंजनी ओडिशा की मयूरभंज संसदीय सीट से चुनाव लड़ेंगी।

अंजनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये गये विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘हम दुमका सीट को परिवार का मामला नहीं बनाएंगे, बल्कि हम (झामुमो) वहां की जनता की सेवा के लिए चुनाव लड़ेंगे। दुमका हमारे लिए परंपरागत सीट है।’’

सीता सोरेन जामा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक चुनी गयी हैं।

उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘झामुमो को मजबूत करने के लिए खून-पसीना बहाने वाले मेरे पति दुर्गा सोरेन की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हुई। मैं उनकी मौत की उच्च-स्तरीय जांच कराने की मांग करती हूं।’’

दुर्गा सोरेन की मौत बोकारो में 2009 में हो गयी थी।

भाषा सुरेश माधव

माधव

 

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