कांग्रेस ने भाजपा पर उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग की दुर्दशा को ‘नजरअंदाज’ करने का आरोप लगाया |

कांग्रेस ने भाजपा पर उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग की दुर्दशा को ‘नजरअंदाज’ करने का आरोप लगाया

कांग्रेस ने भाजपा पर उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग की दुर्दशा को ‘नजरअंदाज’ करने का आरोप लगाया

:   Modified Date:  May 5, 2024 / 05:19 PM IST, Published Date : May 5, 2024/5:19 pm IST

नयी दिल्ली, पांच मई (भाषा) कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने गन्ने की कीमत बढ़ाने की उत्तर प्रदेश के किसानों की मांग को लगातार नजरअंदाज किया और राज्य में एक समय फलने-फूलने वाले चीनी उद्योग की दुर्दशा को ‘‘अनदेखा’’ किया है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इटावा और धौरहरा में रैलियों से पहले उनसे सवाल पूछे।

रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सीतापुर अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर सालों से बंद क्यों है? क्या टमाटर, प्याज, आलू को प्राथमिकता देने का वादा एक और जुमला था? उत्तर प्रदेश में गन्ने का दाम बेहद कम क्यों है?’’

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सीतापुर जिला अस्पताल का ट्रॉमा सेंटर सात साल से बेकार पड़ा है। उन्होंने कहा कि इसका निर्माण पिछली राज्य सरकार के कार्यकाल में हुआ था, लेकिन भाजपा ने सत्ता में आने के बाद से इसकी उपेक्षा की है।

रमेश ने कहा, ‘‘परिणामस्वरूप, मरीजों को इलाज के लिए अक्सर लखनऊ जाना पड़ता है। भाजपा सरकार ने लोगों के जीवन को खतरे में क्यों डाला है? ट्रॉमा सेंटर पिछले सात वर्षों से धूल क्यों फांक रहा है?’’

उन्होंने कहा कि राज्य में आलू की खेती करने वाले किसानों को पिछले कुछ वर्षों में कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण संघर्ष करना पड़ा है।

उत्तर प्रदेश को भारत का सबसे बड़ा आलू उत्पादक करार देते हुए रमेश ने कहा कि पिछले साल इटावा, फर्रुखाबाद, कन्नौज और औरैया जैसे क्षेत्रों में आलू उत्पादकों को उच्च उपज के कारण राज्य सरकार की न्यूनतम कीमत से कम दरों पर अपनी उपज बेचने को मजबूर होना पड़ा था।

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘किसान केवल 500 रुपये प्रति क्विंटल ही प्राप्त कर पाए, जो उनकी उत्पादन लागत 1200-1400 रुपये प्रति क्विंटल के आधे से भी कम है। प्रधानमंत्री ने 2018 में बड़ा वादा किया था कि टमाटर, प्याज और आलू सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। उनके वादे का क्या हुआ? क्या यह एक और जुमला था?’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कृषि मंत्रालय के अनुसार, उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक है। फिर भी, भाजपा सरकार ने गन्ने की कीमत बढ़ाने के लिए किसानों द्वारा लगातार की जा रही मांग को नजरअंदाज किया है।’’

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गन्ने की कीमतें 360 रुपये प्रति क्विंटल हैं, जो पंजाब में 386 रुपये प्रति क्विंटल और हरियाणा में 391 रुपये प्रति क्विंटल से कम है।

भाषा

शफीक सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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