शहरी प्रकृति परिदृश्य परिवर्तन की कहानी है दिल्ली का नया 'हैरिटेज पार्क' |

शहरी प्रकृति परिदृश्य परिवर्तन की कहानी है दिल्ली का नया ‘हैरिटेज पार्क’

शहरी प्रकृति परिदृश्य परिवर्तन की कहानी है दिल्ली का नया 'हैरिटेज पार्क'

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:50 PM IST, Published Date : March 19, 2022/5:53 pm IST

(कुणाल दत्त)

नयी दिल्ली, 19 मार्च (भाषा) पुरानी दिल्ली में जामा मस्जिद के पास एक खुली जगह में बनाया गया हैरिटेज पार्क मुगल शैली की ‘बारादरी’ और विभिन्न प्रकार के फूलों से गुलजार हो रहा है। इससे पहले यह इलाका गंदगी और अतिक्रमण का शिकार था और असामाजिक तत्व यहां मौजूद रहते थे, लेकिन अब तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है।

विरासत की विषय-वस्तु पर बने नये ‘हैरिटेज पार्क’ का उद्घाटन 20 मार्च रविवार शाम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे। यह पार्क जामा मस्जिद के पास बना है जिसे नगर निकाय के कोष से बनाया गया है जिसमें विभिन्न सांसदों ने भी योगदान दिया है। इनमें राज्यसभा सदस्य विजय गोयल भी शामिल हैं जो पुरानी दिल्ली इलाके में ‘हैरिटेज पार्क’ बनाए जाने की कोशिश कर रहे थे।

यह इलाका कई महीनों की कड़ी मेहनत और सावधानीपूर्वक योजना के बाद एक खूबसूरत विरासत विषय-वस्तु आधारित एक पार्क में तब्दील हो गया है।

मुगल काल के लाल किले के सामने बने ‘हेरिटेज पार्क’ की योजना और क्रियान्वयन से जुड़े लोग इस ‘शहरी परिदृश्य परिवर्तन’ को लेकर बेहद उत्साहित हैं और अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे पार्क बनाए जाने की वकालत कर रहे हैं।

पार्क का खाका और इसका डिजाइन तैयार करने वाले आर्किटेक्ट कपिल अग्रवाल ने कहा, ‘यह जगह आज एक सुंदर पार्क में तब्दील हो चुकी है, लेकिन जिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं है, वे यह विश्वास नहीं कर सकते हैं कि एक समय यह जगह पूरी तरह से गंदगी से भरी हुई थी और इस जगह पर विभिन्न तत्वों का अतिक्रमण था। पड़ोसी क्षेत्रों से नशा करने वाले अक्सर यहां इकट्ठा होते थे। अभी भी इस पार्क की बाड़ के पार ऐसे असामाजिक तत्व देखे जा सकते हैं।’

इस हैरिटेज पार्क की कल्पना 2017 में की गयी थी। पार्क का निर्माण नागरिक निकाय के धन और विभिन्न सांसदों और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल के योगदान से किया गया है, जो पुरानी दिल्ली के इस क्षेत्र में ‘हेरिटेज पार्क’ के विकास के लिए लंबे समय कड़ी मेहनत कर रहे थे।

गोयल, जो विरासत संरक्षण के लिए अपनी रुचि के लिए जाने जाते हैं और पुरानी दिल्ली के एक विरासत होटल, धरमपुरा की हवेली के मालिक हैं। उन्होंने कहा कि यह पार्क एक ऐसे क्षेत्र में विकसित किया गया है जो पहले गंदगी से भरा हुआ था और पूरी तरह से जर्जर था।

उन्होंने कहा, ‘अब, यह एक सुंदर, जीवंत मनोरंजक स्थान में तब्दील हो गया है जो दिल्ली की विरासत का एक प्रतीक है।’

इस पार्क का नाम चरती लाल गोयल के नाम पर रखा गया है कि जो अविभाजित दिल्ली नगर निगम के पूर्व उपमहापौर थे और दिल्ली विधानसभा के पहले अध्यक्ष थे। यह ‘हैरिटेज पार्क’ 8650 वर्ग मीटर में फैला है और लाल किले के पास परेड ग्राउंड के सामने स्थित है।

अधिकारियों ने बताया कि पार्क में लाल पत्थरों और सफेद संगमरमर के ढांचे हैं और मुगल शैली की बारादरी हैं।

इस पार्क को दो चरणों में विकसित किया जा रहा है, जिसका पहला भाग बनकर तैयार हो चुका है।

प्रथम चरण में 7.65 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से लगभग 1.75 एकड़ क्षेत्र का विकास किया गया है। दूसरे चरण में शेष 2.25 एकड़ को 10.03 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया जाना है।

भाषा रवि कांत उमा

उमा

 

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