वयोवृद्ध गांधीवादी डॉ एसएन सुब्बाराव का निधन |

वयोवृद्ध गांधीवादी डॉ एसएन सुब्बाराव का निधन

वयोवृद्ध गांधीवादी डॉ एसएन सुब्बाराव का निधन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:48 PM IST, Published Date : October 27, 2021/3:35 pm IST

जयपुर, 27 अक्टूबर (भाषा) वयोवृद्ध गांधीवादी डॉ एस एन सुब्बाराव ‘भाईजी’ का बुधवार सुबह यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को जौरा आश्रम (मध्‍य प्रदेश) में किया जाएगा।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके निधन पर शोक जताते हुए इसे अपूर्णीय क्षति बताया है।

उल्लेखनीय है कि तबीयत खराब होने पर पद्मश्री सुब्बाराव को कुछ दिन पहले यहां एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां बुधवार तड़के ह्रदय गति रुकने से उनका निधन हो गया।

एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि डा सुब्बाराव का अंतिम संस्‍कार बृहस्पतिवार को मुरैना (मध्य प्रदेश) में जौरा आश्रम में किया जाएगा।

उनका पार्थिव शरीर यहां विनोबा ज्ञान मंदिर बापू नगर में रखा जहां गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

सुब्बाराव के निधन पर गहरा शोक जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाईजी ने अपने शिविरों के माध्यम से देश के युवाओं को प्रेरित किया।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ पिछले साल जब वह बीमार थे तो मैं उनसे मिलने बेंगलुरु गया। मैंने उनसे कहा था कि मैं आपको अपने साथ जयपुर ले जाने के लिए आया हूं। हाल ही में उन्होंने मुझे पत्र लिखा कि वह जयपुर आ रहे हैं। वह ट्रेन से यहां पहुंचे थे।’’

गहलोत ने कहा कि सुब्बाराव के निधन से वह बहुत व्यथित हैं और यह उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि वह सुब्बाराव के भजन अपने फोन में रखते हैं और उन्हें सुनते रहते हैं।

उल्‍लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मंगलवार को भी सुब्बाराव का हालचाल जानने अस्पताल गए थे। उन्होंने सुब्बाराव के निधन पर शोक जताते हुए कहा, ‘‘वयोवृद्ध गांधीवादी, भाईजी डॉ एसएन सुब्बाराव के निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से बेहद आघात पहुंचा है। 70 वर्षों से अधिक समय से देश के युवाओं से जुड़कर, लगातार अपने शिविरों के माध्यम से उन्हें प्रेरणा देने वाले गांधीवादी विचारक और प्रेरक का देहांत एक अपूरणीय क्षति है।’’

गहलोत के अनुसार भाईजी ने जीवनपर्यन्त युवाओं को जागरूक करने की मुहिम चलाई, विदेशों में भी वहां पर नई पीढ़ी को देश के बारे में बताया, यहां के संस्कार, संस्कृति, अनेकता में एकता का सन्देश उन तक पहुंचाने का कार्य किया।

उन्होंने कहा,‘‘उनके शिविरों में आकर मुझे बेहद सुकून महसूस होता रहा। उनके प्रेरणादायी गीत और विचार प्रेरणादायी सन्देश देते रहेंगे।’’

मुख्यमंत्री के अनुसा वह सुब्‍बाराम के अंतिम संस्‍कार में शामिल होने मुरैना जाएंगे।उल्लेखनीय है कि सुब्बाराव (92) का जन्म बेंगलुरु में हुआ था।

लोकसभा अध्यक्ष ने सुब्बाराव के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि गांधीवादी विचारक डॉ एस.एन.सुब्बाराव का निधन दुखद है। बिरला ने ट्वीट किया,‘‘ उन्होंने अपना जीवन श्रद्धेय बापू के सिद्धांतों और मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने को समर्पित किया। समाज में शांति, अहिंसा और सद्भावना को प्रोत्साहित करने तथा युवाओं में नवीन चेतना जागृत करने के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा।’’

राज्यपाल ने भी डा सुब्बाराव के निधन पर शोक जताया है।

भाषा पृथ्वी पवनेश राजकुमार

राजकुमार

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers