फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट के बीच डील पक्की, जानिए बुलंदी की कहानी | Walmart Acquired Flipkart:

फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट के बीच डील पक्की, जानिए बुलंदी की कहानी

फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट के बीच डील पक्की, जानिए बुलंदी की कहानी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:57 PM IST, Published Date : May 9, 2018/11:17 am IST

बेंगलुरु। फ्लिपकार्ट दो युवाओं की एक ऐसी कहानी है, जिसने लोगों को बताया कि भले आप अपने सफर की शुरूआत कितने भी नीचे से करें अगर आपके इरादे बुलंद हैं तो आपको आसमान की ऊंचाईयां छूने से कोई नहीं रोक सकता। फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट के बीच डील पक्की होने की  आधिकारिक घोषणा हो चुकी है, अमेरिकी खुदरा कंपनी वालमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी करीब 16 अरब डॉलर ( एक लाख पांच हजार 360 करोड़ रुपये)  में  खरीदी ली है।  इस डील के अनुसार फ्लिपकार्ट का कुल मूल्य 20.8 अरब डॉलर आंका गया है।  वालमार्ट ने जारी बयान में कहा कि उसने फ्लिपकार्ट की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है ।

अमेजन के दो कर्मचारी सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने 2007 में फ्लिपकार्ट की शुरूआत की। दोनों 2005 में आईआईटी दिल्ली में मिले थे। दोनों बंसल हैं लेकिन ये दोनों रिश्तेदार नहीं हैं। 

फ्लिपकार्ट ने अपनी शुरूआत बेंगलुरु में एक 2 बेडरूम वाले अपार्टमेंट से की थी, जहां सबसे पहले किताबें बेचने और बाद में संगीत, फिल्में, इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल को बेचने लगे। वैसे अभी हालही में कंपनी ने बेंगलुरु स्थित अपने सभी दफ्तरों को 8.3 लाख स्क्वेयर फीट के विशाल कैंपस में शिफ्ट किया।  बेंगलुरु के बाद फ्लिपकार्ड ने 2009 में दिल्ली और मुंबई में अपने ऑफिस खोले। 2011 में कंपनी  ने विदेशों की ओर अपनी रुख किया और निवेशकों को लुभाने के लिए सिंगापुर चली गई। 

कंपनी ने अपनी सफलता का सफर हमेशा कायम रखा इसी सफलता का नतीजा है कि कंपनी ने मिंत्रा, ईबे, फोनपे, चकपक जैसी कंपनियों को अपने साथ जोड़ा। फ्लिपकार्ट 80 से ज्यादा कैटेगरी में 80 लाख प्रोडक्ट बेचती है, और कंपनी के पास 10 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। कंपनी के पास 1 लाख सेलर्स और 21 वेयरहाउस भी हैं।

फ्लिपकार्ट ने 2010 में लोगों के विश्वास को बनाये रखने के लिए COD का ऑप्शन रखा, जिसके तरह प्रोडक्ट घर पर पहुंने पर लोग भुगतान कर सकते थे। इतना ही नहीं कंपनी के नो कॉस्ट EMI से भी लोगों को काफी फायदा हुआ। साथ ही लोगों को बिना कारण बताए एक्सचेंज का ऑप्शन दिया। 

2016 में बिन्नी बंसल इस फ्लिपकार्ट के CEO बने और सचिन बंसल ने इसके एक्जिक्यूटिव का पद संभाला। कंपनी के बोर्ड में 7 सदस्य हैं।

 

वेब डेस्क, IBC24