गुवाहाटी, 23 अप्रैल (भाषा) ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद कहा कि उसे संकेत मिल रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता कायम नहीं रख पाएगी। पार्टी ने संकल्प लिया कि वह केंद्र में किसी भी गैर भाजपा सरकार का बिना शर्त समर्थन करेगी।
बदरुद्दीन अजमल नीत पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए जारी अपने घोषणापत्र में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध किया।
एआईयूडीएफ विधायक हाफिज रफीकुल इस्लाम ने पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र जारी करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पहले चरण के मतदान के बाद, हमें लग रहा है कि भाजपा सत्ता बरकरार नहीं रख पाएगी। हम दिल्ली में गैर-भाजपा सरकार चाहते हैं और उसका बिना शर्त समर्थन करेंगे।’’
पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा कि वह असम में बार-बार आने वाली बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए केंद्र की नयी सरकार पर दबाव बनाएगी, नदी द्वीपों के निवासियों के भूमि अधिकारों के लिए काम करेगी और ब्रह्मपुत्र घाटी के बराबर बराक घाटी के विकास का आह्वान करेगी।
असम की तीन सीट धुबरी, नगांव और करीमगंज सीट पर लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा और पार्टी ने तीनों सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
इस्लाम ने कहा, ‘‘हम सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के खिलाफ हैं। असम समझौता, जिसे राज्य के सभी वर्गों के लोगों ने स्वीकार किया है, यहां लागू है और सीएए व्यावहारिक रूप से इसे नकारता है। हम उच्चतम न्यायालय में भी सीएए के खिलाफ लड़ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि यूसीसी को लेकर भी पार्टी का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का विरोध हैं।
विधायक ने कहा, ‘‘सभी समुदायों, धर्मों के अपने निजी कानून, रीति-रिवाज हैं और संविधान इसकी अनुमति देता है। यूसीसी के माध्यम से, भाजपा अपने विचार थोपना चाहती है। हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे।’’
भाषा धीरज माधव
माधव
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