डब्लूडब्लूएफ और ट्रैफिक इंडिया के सुपर स्निफर्स कैंपेन का चेहरा बनीं यामी गौतम | Yami pledges support for wildlife sniffer dog

डब्लूडब्लूएफ और ट्रैफिक इंडिया के सुपर स्निफर्स कैंपेन का चेहरा बनीं यामी गौतम

डब्लूडब्लूएफ और ट्रैफिक इंडिया के सुपर स्निफर्स कैंपेन का चेहरा बनीं यामी गौतम

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 06:41 AM IST, Published Date : December 17, 2018/11:08 am IST

मुंबई। वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड इंडिया के साथ मिलकर ट्रैफिक इंडिया द्वारा शुरू किए गए एक बेहद महत्वपूर्ण अभियान में एक्ट्रेस यामी गौतम को गुडविल लीडर एवं इस कैंपेन के चेहरे के तौर पर शामिल किया गया है। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के साथ जुड़ते हुए यामी ने एक ऐसे काम की जिम्मेदारी ली है जिस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है, साथ ही उन्होंने सुपर स्निफर कैंपेन को अपना समर्थन दिया है। दरअसल यह कैंपेन जंगली जीवों के गैर-कानूनी शिकार से जुड़े एक बेहद अहम मुद्दे का समर्थन करता है। पूरी दुनिया में जंगली जीवों का गैर-कानूनी व्यापार चौथा सबसे बड़ा ऑर्गेनाइज्ड क्राइम है, जिसके चलते दुनिया भर में कई स्पीशीज का सर्वाइवल खतरे में पड़ चुका है। भारत, दुनिया के सबसे बड़े बायोडायवर्सिटी हॉटस्पॉट में से एक है जो हमेशा से जंगली जीवों के शिकारियों और स्मगलरों के निशाने पर रहा है। अपराध को रोकने और पता लगाने में स्निफर डॉग की कामयाबी का सबूत ही इस कैंपेन की सफलता है, जिनकी मदद काफी लंबे समय से ली जा रही है और इससे हम सब को काफी फायदा हुआ है।

नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग, बीएसएफ, ग्वालियर में यामी ने आज इंडिया प्रोग्राम को सपोर्ट करने की घोषणा की। यह इनीशिएटिव स्निफर डॉग स्क्वॉड को तैयार करने और ट्रेनिंग देने से संबंधित है ताकि फॉरेस्ट डिपार्टमेंट तथा वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन कानून लागू करने वाली दूसरी एजेंसियों को शिकार एवं तस्करी को सख्ती से रोकने में मदद मिल सके।

इस कैंपेन के चेहरे के तौर पर शामिल होने के बारे में बताते हुए यामी ने कहा, “WWF और ट्रैफिक इंडिया द्वारा तैयार किए गए एवं चलाए जा रहे इस अमेजिंग प्रोग्राम से जुड़कर मुझे काफी खुशी हुई। जंगली जीवों का शिकार बहुत सीरियस इश्यू है जिससे निपटने के लिए काफी ऑर्गेनाइज्ड तरीकों और टैक्टिक्स की जरूरत है। और इसी वजह से सुपर स्निफर्स प्रोग्राम के जरिए इन अमेजिंग डॉग्स को ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि ट्रेनिंग पाने के बाद ये इस तरह की एक्टिविटी को एक्सपोज कर सकें। एनिमल, एनिमल स्किन और बॉडी पार्ट्स की गैर-कानूनी तरीके से ट्रेडिंग वाकई एक चिंताजनक मुद्दा है, जिस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है।