भोपाल, पांच अक्टूबर (भाषा) भोपाल में बारिश से दशहरा समारोह बाधित होने के कारण बुधवार को आयोजकों को रावण के पुतलों को जलाने से पहले उन्हें भीगने से बचाना पड़ा। यहां बारिश सुबह शुरू हुई और दिन भर रुक रुक कर होती रही।
बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के तौर पर विजयदशमी के दौरान रावण, मेघनाथ, और कुंभकर्ण के पुतले जलाने की परंपरा है ।
हिंदू उत्सव समिति के दशहरा समारोह के संयोजक धर्मेंद्र पैगवार ने कहा, ‘‘हमने पुतलों की देखभाल की क्योंकि मौसम विभाग ने बारिश की भविष्यवाणी की थी। अब बारिश बंद हो गई है और कार्यक्रम चल रहा है।’’
उन्होंने कहा कि पुतले को पॉलीथीन शीट में रखा गया था।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देर शाम भोपाल के सबसे पुराने विजयदशमी कार्यक्रम माने जाने वाले पुराने शहर के छोला मैदान में समिति के दशहरा उत्सव में शामिल होने वाले थे।
नए भोपाल के बिट्टन मार्केट में एक अन्य दशहरा समारोह के आयोजकों ने भी कहा कि उन्होंने रावण के पुतले की रक्षा की व्यवस्था कर रखी थी।
बिट्टन मार्केट दशहरा उत्सव समिति के उपाध्यक्ष सुमित पांडे ने कहा, ‘‘ हमने पुतलों को भीगने से सफलतापूर्वक बचाया है।’’
सलैया दशहरा कार्यक्रम के आयोजकों में से एक प्रदीप पाटीदार ने भी कहा कि उन्होंने बारिश के बाद पुतलों को बचाने के लिए इसी तरह की व्यवस्था की।
भाषा दिमो रंजन
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