चुनावी सफर की शुरुआत के लिए कांग्रेस स्वाभाविक पसंद थी, संविधान बचाने की जरूरत : शाहू छत्रपति |

चुनावी सफर की शुरुआत के लिए कांग्रेस स्वाभाविक पसंद थी, संविधान बचाने की जरूरत : शाहू छत्रपति

चुनावी सफर की शुरुआत के लिए कांग्रेस स्वाभाविक पसंद थी, संविधान बचाने की जरूरत : शाहू छत्रपति

:   Modified Date:  April 16, 2024 / 02:24 PM IST, Published Date : April 16, 2024/2:24 pm IST

(मनीषा रेगे)

कोल्हापुर, 16 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के कोल्हापुर शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले शाहू छत्रपति का कहना है कि अपने परदादा राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज से प्रेरित होकर उन्होंने राजनीति में कदम रखा है और इस चुनावी सफर की शुरुआत के लिए कांग्रेस को चुना है।

राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज समाज सुधार कार्यों के लिए समाज के सभी तबकों में लोकप्रिय थे।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के कोल्हापुर से मौजूदा सांसद संजय मांडलिक को चुनौती दे रहे 76 वर्षीय शाहू छत्रपति ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि भले ही यह उनका पहला चुनाव हो लेकिन वह लंबे समय से राजनीति में सक्रिय रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा से राजनीति से जुड़ा रहा हूं।’’

शाहू ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने को लेकर कहा, ‘‘यह देश का सबसे पुराना राजनीतिक दल और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी भारतीय पार्टी है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारत में लोकतंत्र को बरकरार रखना है। हर कोई लोकतंत्र को खतरे में महसूस कर रहा है। संविधान की रक्षा करने की जरूरत है।’’

शाहू ने कहा, ‘‘कई वर्षों से स्थानीय निकाय चुनाव नहीं हुए हैं, जो ‘खतरे की घंटी’ है।’’

उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘अगर कुछ गलत हो गया तो क्या होगा? हमें लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करनी होगी। यह सबसे जरूरी है। लोकतंत्र की रक्षा करनी होगी क्योंकि यही हर चीज का आधार है।’’

महाराष्ट्र के कोल्हापुर शाही परिवार के महत्व पर उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्यों को लोगों के हितों के लिए समर्पित माना जाता है और सदस्यों को जनता के कल्याण के लिए काम करना होता है।

शाहू ने कहा कि कोल्हापुर उनके परदादा राजर्षि शाहू महाराज के कारण फला-फूला। शाहू ने अपने परदादा को समानता का ‘केंद्र बिंदु’ करार दिया।

इतिहास, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी में स्नातक कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि वह अन्याय से लड़ने और लोक कल्याण लाने की अपने दादा की विरासत को आगे बढ़ाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद छह दशकों से अधिक समय तक कांग्रेस के योगदान को नकारा नहीं जा सकता, फिर चाहे वह आर्थिक विकास हो या परमाणु ऊर्जा का विकास।

शाहू छत्रपति ने दावा किया कि वास्तव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ही है, जिसने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया।

शाहू छत्रपति ने अपने प्रचार अभियान के बारे में कहा कि उनके परिवार के सदस्य पूरे निर्वाचन क्षेत्र में फैले हुए हैं और उनमें से प्रत्येक की भूमिका परिभाषित है।

महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल से 20 मई तक पांच चरणों में मतदान होगा। कोल्हापुर संसदीय क्षेत्र में सात मई को मतदान होना है।

भाषा जितेंद्र हक मनीषा

मनीषा

 

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