कोविड केंद्र 'घोटाला': व्यवसायी ने ईडी द्वारा दर्ज किए गए बयान वापस लेने की मांग की |

कोविड केंद्र ‘घोटाला’: व्यवसायी ने ईडी द्वारा दर्ज किए गए बयान वापस लेने की मांग की

कोविड केंद्र 'घोटाला': व्यवसायी ने ईडी द्वारा दर्ज किए गए बयान वापस लेने की मांग की

:   Modified Date:  August 10, 2023 / 10:36 PM IST, Published Date : August 10, 2023/10:36 pm IST

मुंबई, 10 अगस्त (भाषा) मुंबई में विशाल कोविड​​-19 उपचार केंद्रों को चलाने के लिए अनुबंध प्राप्त करने में अनियमितताओं में कथित संलिप्तता के लिए न्यायिक हिरासत में चल रहे व्यवसायी सुजीत पाटकर ने बृहस्पतिवार को एक विशेष अदालत के समक्ष आवेदन दाखिल कर अपने बयानों को वापस लेने का अनुरोध किया।

पाटकर ने दावा किया कि ये बयान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा “बल, दबाव और अनुचित प्रभाव” के तहत दर्ज किए गए थे।

वह कथित तौर पर शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत के करीबी सहयोगी हैं। वह 19 जुलाई को मामले में गिरफ्तार होने के बाद वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।

उनके वकील सुभाष झा के माध्यम से दायर आवेदन में कहा गया है कि जांच के दौरान ईडी ने 21, 23, 24, 25 और 26 जुलाई को दबाव, बल और अनुचित प्रभाव के तहत उनका बयान दर्ज किया।

याचिका में कहा गया, “वे बयान जो पाटकर और अन्य आरोपियों को फंसाने की कोशिश करते हैं और दबाव, अनुचित प्रभाव और बल पूर्वक दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस ले लिया गया है और उन पर कार्रवाई नहीं की जाए और/या किसी भी कार्यवाही में साक्ष्य के रूप में नहीं पढ़ा जाए।”

इसमें कहा गया है कि लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज में चार भागीदार थे, जिन्हें बड़े उपचार केंद्र चलाने का ठेका मिला था, लेकिन केवल पाटकर को चुना गया और गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्हें कुछ नेताओं का करीबी माना जाता है।

याचिका में कहा गया है कि उनकी गिरफ्तारी “दुर्भावना और राजनीति से प्रेरित है”।

ईडी ने कहा कि फर्म के पास चिकित्सा कर्मी या सेवाएं प्रदान करने का कोई अनुभव नहीं था।

भाषा प्रशांत नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

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