महात्मा फुले की विचारधारा देश को जातीय एवं सांप्रदायिक विभाजन से बचा सकती है: शरद पवार |

महात्मा फुले की विचारधारा देश को जातीय एवं सांप्रदायिक विभाजन से बचा सकती है: शरद पवार

महात्मा फुले की विचारधारा देश को जातीय एवं सांप्रदायिक विभाजन से बचा सकती है: शरद पवार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:46 PM IST, Published Date : September 26, 2022/9:46 pm IST

मुंबई, 26 सितंबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को कहा कि समाज सुधारक महात्मा ज्योतिराव फुले की विचाराधारा देश को जातीय एवं सांप्रदायिक विभाजन से बचा सकती है।

पवार सत्यशोधक समाज की 150 वीं वर्षगांठ के मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। फुले ने इस समाज सुधार सासायटी का गठन किया था।

राकांपा प्रमुख ने कहा कि फुले सदैव सुधारों के पक्ष में खड़े रहे और वह वैज्ञानिक सोच के समर्थक थे।

उन्होंने कहा, ‘‘ वह सदैव समाज के दबे-कुचले एवं वंचित वर्ग के अधिकारों के पक्ष में खड़े रहे तथा उनके हितों की रक्षा की। फुले के विचार आज के समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं। जब जातीय विभाजन एवं अन्याय अपने शिखर पर थे तब फुले के सत्यशोधक समाज ने सामाजिक एवं धार्मिक सुधारों के लिए काम किया।’’

पवार ने कहा कि फुले ने दासता, अस्पृश्यता तथा महिलाओं के साथ भेदभाव के विरूद्ध संघर्ष किया तथा वह शैक्षणिक सुधार, जन जागरूकता एवं किसानों के हितों के पक्षधर रहे।

भाषा राजकुमार नरेश

नरेश

 

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