सीसीटीवी कैमरा हटाए जाने की मांग को लेकर साईबाबा ने नागपुर जेल में भूख हड़ताल की धमकी दी |

सीसीटीवी कैमरा हटाए जाने की मांग को लेकर साईबाबा ने नागपुर जेल में भूख हड़ताल की धमकी दी

सीसीटीवी कैमरा हटाए जाने की मांग को लेकर साईबाबा ने नागपुर जेल में भूख हड़ताल की धमकी दी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:44 PM IST, Published Date : May 15, 2022/11:17 pm IST

नागपुर, 15 मई (भाषा) माओवादियों से संबंधों के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के पूर्व प्रोफेसर जी एन साईबाबा ने धमकी दी है कि अगर शौचालय और स्नान क्षेत्र की फुटेज कथित तौर पर लेने वाले एक सीसीटीवी कैमरे को नहीं हटाया गया तो वह जेल प्रकोष्ठ में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर देंगे।

परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उन्हें पानी की बोतल तक देने से इनकार कर दिया।

उन्होंने यह भी दावा किया कि जेल अधिकारियों ने जानबूझकर साईबाबा की चारपाई के पास एक स्टील का थर्मस रखा, जिसे वह अपनी चिकित्सा स्थिति के कारण उठा नहीं सकते। उन्होंने कहा कि उनके पास अत्यधिक गर्मी में अक्सर पानी पीने के लिए बोतल नहीं होती है।

साईबाबा की पत्नी वसंत कुमारी और उनके भाई जी. रामदेवुडु ने 14 मई को महाराष्ट्र के गृह मंत्री को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने और इस मामले में ‘‘गोपनीयता और गरिमा’’ बनाए रखने का अनुरोध किया।

संपर्क करने पर, नागपुर केन्द्रीय जेल के अधीक्षक अनूप कुमरे ने रविवार को कहा कि सभी अंडाकार प्रकोष्ठ में कैदियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि इन कैमरों को केवल सुरक्षा के उद्देश्य से लगाया गया है।

पत्र में कहा गया है कि 10 मई को प्रकोष्ठ में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे जो शौचालय, नहाने की जगह समेत पूरे प्रकोष्ठ का वीडियो ले सकते हैं।

इसमें कहा गया है कि साईबाबा अगले दो दिनों में नागपुर केंद्रीय जेल में भूख हड़ताल पर बैठने की योजना बना रहे हैं।

पत्र में दावा किया गया है कि साईबाबा जेल में स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का भी सामना कर रहे हैं।

उनके परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि कैमरे लगाए जाने से पहले, साईबाबा के वकील आकाश सरोदे नौ मई को साईबाबा से मिलने के लिए जेल गए थे और उन्हें पानी की बोतल के साथ कुछ सामान दिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, जेल प्रशासन ने पानी की बोतल लेने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्हें उपलब्ध कराई गई बाकी चीजों को स्वीकार कर लिया था। उसी दिन शाम छह बजे तक जेल अधीक्षक ने बड़ी संख्या में जेल कर्मियों के साथ प्रकोष्ठ में छापा मारा। उन्होंने पुरानी (पीने के पानी की) बोतलें, गिलास और अन्य कैदियों की पुरानी बोतलें एकत्र कीं तथा फेंक दीं।’’

भाषा

देवेंद्र नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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