मथुरा, 14 फरवरी (भाषा) केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यमुना शुद्धीकरण के बारे में यहां कहा कि केंद्र सरकार ‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत यमुना की सफाई के लिए पांच हजार करोड़ रुपए की लागत से कार्य चल रहे हैं और उम्मीद है कि आने वाले दो वर्षों में यह नदी भी गंगा के समान निर्मल हो जाएगी।
शेखावत रविवार को वृन्दावन में हरिद्वार कुम्भ के पूर्व होने वाली 40 दिवसीय ‘वैष्णव बैठक’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने आये थे ।
केंद्रीय मंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, पिछले पांच वर्ष में गंगा नदी के शुद्धीकरण के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में काफी काम किया गया है, जिसे पूरा विश्व स्वीकार करता है कि इस दिशा में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि अब, उनके निर्देश पर दूसरे चरण में गंगा की सहायक नदियों पर ध्यान दिया जा रहा है, जिसमें यमुना मुख्य नदी है।
शेखावत ने बताया, प्रधानमंत्री पहले दिन से ही गंगा व उसकी सहायक नदियों को लेकर काफी सक्रिय हैं और वे उन्हें निर्मल एवं अविरल देखना चाहते हैं। उन्होने कहा कि उनके निर्देशानुसार यमुना नदी के शुद्धीकरण के लिए पांच हजार करोड़ रुपए की लागत से कई कार्य किए जा रहे हैं।
भाषा सं रंजन
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