रायपुर। तेलंगाना राज्य के पैदापल्ली जिले के गंगानगर में काम कर रहे छत्तीसगढ़ के 8 मजदूरों को छुड़ाकर वापस लाया गया है। ये सभी श्रमिक बलौदाबाजार जिले के कसडोल थाना क्षेत्र के देवरी चौकी के अंतर्गत ग्राम चांदन के निवासी हैं। राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई संयुक्त टीम ने सभी श्रमिकों को वापस ले आकर उनके गांव चांदन में सकुशल सरपंच और उनके परिजनों को सौंप दिए हैं।
इन श्रमिकों में बैरागी, शकुन्तला, ममता, रोहन सुमन, ससिता सहित दो छोटे बच्चे शामिल हैं। बंधक के हालात से छुटे श्रमिकों की टीम में शामिल रोशन महार ने बताया कि वे सब ओडीसा के कुमार बेलपड़ा के जरिए ईंट बनाने के लिए पैदापल्ली के गंगानगर गए थे। उनका कहना है कि भट्ठा मालिक हमें प्रताड़िता करता था। नहाने, खाने और बाजार जाने पर कड़ी नजर रखता था और केवल एक ही व्यक्ति को बाहर जाने देना था। एडवांस के रूप में बहुत कम राशि दिया था जो कि हमारे जीवन-यापन के लिए पर्याप्त नहीं था। एडवांस के बदले काम हो चुकने के बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं करता था। हम काम छोड़कर वापस घर आने को कहे तो इसके लिए मना कर दिया।
यह भी पढ़ें : हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगना शुरू, परिवहन विभाग ने जारी किया यह आदेश
महार ने बताया कि वे सब वहां एक तरह से गुलाम की जिंदगी बसर कर रहे था। जिला प्रशासन को किसी तरह सूचित करने पर श्रम विभाग, पुलिस, महिला एवं बाल विकास विभाग को मिलाकर संयुक्त टीम बनाई गई और इनके सहयोग से हमें रिहाई मिली। संयुक्त टीम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी प्रकाश दास, श्रम निरीक्षक संतोष कुमार कुर्रे, एएसआई टीआर साहू, प्रधान आरक्षक राजकुमार राज आदि शामिल थे।