अधिवक्ता आत्महत्या मामला : आईजी ने जांच के लिए गठित की एसआईटी, आरोपियों की संपत्ति होगी कुर्क | Advocate suicide case: IG set up for probe sit, property of accused

अधिवक्ता आत्महत्या मामला : आईजी ने जांच के लिए गठित की एसआईटी, आरोपियों की संपत्ति होगी कुर्क

अधिवक्ता आत्महत्या मामला : आईजी ने जांच के लिए गठित की एसआईटी, आरोपियों की संपत्ति होगी कुर्क

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:08 PM IST, Published Date : February 21, 2021/8:37 am IST

महोबा (उप्र), 21 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के महोबा शहर में कथित रूप से 60 लाख रुपये की रंगदारी वसूलने से परेशान अधिवक्ता मुकेश पाठक द्वारा गोली मारकर आत्महत्या कर लेने के मामले में बांदा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ने शनिवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

वहीं, पुलिस जेल में बंद आरोपियों की गैंगस्टर अधिनियम के तहत चल-अचल संपत्ति कुर्क करने की तैयारी में है।

महोबा के अपर पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार गौतम ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘कथित रूप से 60 लाख रुपये की रंगदारी वसूलने से परेशान समदनगर मुहल्ले में अधिवक्ता मुकेश पाठक द्वारा गोली मारकर आत्महत्या कर लेने के मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी विवेचना (जांच) के लिए बांदा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के. सत्यनारायण ने शनिवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।’

उन्होंने बताया, ‘यह एसआईटी बांदा जिले के अतर्रा क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) आनन्द कुमार पांडेय की अगुआई में गठित की गई है, जिसमें निरीक्षक (इंस्पेक्टर) रामेंद्र तिवारी और हमीरपुर जिले के क्राइम ब्रांच में तैनात निरीक्षक विक्रमाजीत सिंह शामिल किए गए हैं।’

एएसपी ने कहा, ‘विवेचना (जांच) का पर्वेक्षण बांदा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा करेंगे।’

महोबा शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अनूप कुमार दुबे ने बताया कि अधिवक्ता आत्महत्या मामले में गिरफ्तार कबरई के निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के प्रदेश महासचिव छत्रपाल सिंह यादव, उनके भतीजे विक्रम सिंह यादव, साले आनन्द मोहन यादव और उनके साथी रवि सोनी, अंकित सोनी, अभय प्रताप सिंह व मनीष चौबे के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने के बाद उनकी चल-अचल संपत्ति कुर्क करने की तैयारी पूरी कर ली गयी है।

एसएचओ ने बताया कि परिवहन विभाग से सभी आरोपियों के 10 लग्जरी चार पहिया वाहन होने की पुष्टि हो गयी है, साथ ही छत्रपाल के महोबा शहर के गांधी नगर मुहल्ले व छिकहरा गांव स्थित मकान और कबरई में क्रशर कारखाना व चरखारी बाईपास में एक होटल का पता चला है, जिन्हें कुर्क करने की संस्तुति उपजिलाधिकारी से मिल चुकी है। इन संपत्तियों को बुधवार तक कुर्क करने की कार्यवाही पूरी कर ली जाएगी।

दुबे ने बताया कि शनिवार को छत्रपाल के मकान में छापेमारी कर पांच लाइसेंसी हथियार जब्त किए जा चुके हैं। उनके अन्य साथियों के हथियारों का पता लगाया जा रहा है।

गौरतलब है कि बेटे से 60 लाख रुपये की रंगदारी वसूलने और इसका मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कोई कार्यवाही न होने पर 13 फरवरी की रात अधिवक्ता मुकेश पाठक ने अपने मकान में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।

पुलिस को मिले कथित सुसाइड नोट में अधिवक्ता ने एसपी और सीओ पर आरोपियों से मिले होने का आरोप लगाया है।

भाषा सं आनन्द धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)