मथुरा में भीषण गर्मी में हाथी संरक्षण केंद्र के स्विमिंग पूल में गोते लगा रहे ‘गजराज’ | 'Gajraj' dives into swimming pool of elephant conservation centre in scorching heat in Mathura

मथुरा में भीषण गर्मी में हाथी संरक्षण केंद्र के स्विमिंग पूल में गोते लगा रहे ‘गजराज’

मथुरा में भीषण गर्मी में हाथी संरक्षण केंद्र के स्विमिंग पूल में गोते लगा रहे ‘गजराज’

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:37 PM IST, Published Date : July 2, 2021/6:02 am IST

मथुरा, दो जुलाई (भाषा) दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा, अलीगढ़ आदि जिलों में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, ऐसे में जिले के फरह क्षेत्र के चुरमुरा गांव में स्थित ‘हाथी संरक्षण केंद्र’ में हाथियों को गर्मी से बचाने के लिए विशेष स्विमिंग पूल बनाए गए हैं।

हाथी संरक्षण केंद्र की पशु-चिकित्सा सेवाओं के उप-निदेशक डॉ इलैयाराजा ने बताया कि हाथी संरक्षण एवं देखभाल केंद्र में 29 हाथी हैं और उन्हें गर्मी से निजात दिलाने के लिए जंबो स्विमिंग पूल बनाए गए हैं साथ ही पानी का छिड़काव करने के लिए स्प्रिंकलर भी लगाए गए हैं, जो उनके बड़े-बड़े बाड़ों को ठंडा रखने में मदद करते हैं।

उन्होंने बताया कि इन स्विमिंग पूल में कुछ हाथी पानी में गोते लगाते हैं, तो कुछ पानी में रबर के टायरों के साथ खेलते हुए दिखाई देते हैं।

डॉ. राजा ने बताया, हाथियों के संरक्षण के लिए यहां विशेष रूप से स्थापित किए गए अस्पताल में भारत का पहला ‘जंबो हाइड्रोथेरेपी पूल’ भी है। हाइड्रो थेरेपी जोड़ों के दर्द और पैरों के लिए एक प्रभावी उपचार है, जिसमें पानी के गुणों का उपयोग करते हुए प्राकृतिक चिकित्सा दी जाती है। उन्होंने बताया कि हाथियों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए तरबूज, खरबूज, खीरे, मौसमी फल और सब्जी का उपयुक्त आहार दिया जा रहा है।

इस केन्द्र का संचालन गैरसरकारी संस्था ‘वाइल्ड लाइफ एसओएस’ करती है और सर्कस में प्रदर्शनी, पर्यटकों की सवारी, सड़कों पर भीख मांगने, मेले-तमाशों और शादी-बारात आदि में इस्तेमाल किए गए हाथियों को वहां से मुक्त करा कर यहां रखा गया है।

संस्था के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कार्तिक सत्यनारायण का कहना है कि वर्षों कैद में रहे इन हाथियों को मूलभूत आवश्यकताओं से भी वंचित रखा गया था लेकिन आज यह देखकर सुकून मिला है कि संस्था के प्रयासों से उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आ रहा है।

भाषा सं

मनीषा शोभना

शोभना

 

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