उत्‍तराखंड में ग्‍लेशियर टूटने के बाद उत्‍तर प्रदेश में हाई अलर्ट, प्रशासनिक सक्रियता बढ़ी | High alert, administrative activity increases in Uttar Pradesh after glacier breakdown in Uttarakhand

उत्‍तराखंड में ग्‍लेशियर टूटने के बाद उत्‍तर प्रदेश में हाई अलर्ट, प्रशासनिक सक्रियता बढ़ी

उत्‍तराखंड में ग्‍लेशियर टूटने के बाद उत्‍तर प्रदेश में हाई अलर्ट, प्रशासनिक सक्रियता बढ़ी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:29 PM IST, Published Date : February 7, 2021/12:30 pm IST

लखनऊ, सात फरवरी ( भाषा) उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनज़र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के संबंधित विभागों और अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया और घटना पर दुख जताया है।

मुख्‍यमंत्री के निर्देश के बाद गंगा किनारे बसे जिलों में प्रशासनिक सक्रियता बढ़ गयी है और संबंधित जिलाधिकारियों ने अधिकारियों की बैठक बुलाकर आवश्‍यक तैयारी शुरू कर दी है।

योगी ने रविवार को ट्वीट किया, ”देवभूमि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई आपदा में अनेक नागरिकों के कालकवलित होने की सूचना से मन दुखी है।”

ट्वीट में आगे उन्‍होंने लिखा ”प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति, शोकसंतप्त परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”

रविवार को जारी एक सरकारी बयान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ”आज उत्तराखंड में नंदा देवी ग्लेशियर के एक हिस्से के टूट कर ऋषिगंगा नदी पर बने बिजली परियोजना बांध पर गिरने की सूचना प्राप्त हुई है। इससे अलकनंदा नदी में जल प्रवाह अचानक बढ़ गया है। बांध टूटने से उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे स्थित जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गंगा नदी के किनारे स्थित जिलों के सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को लगातार निगरानी के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्‍य आपदा मोचक बल को भी सावधान कर दिया गया है।

आधिकारिक बयान के अनुसार प्रदेश में गंगा नदी के किनारे स्थित जिलों में जल स्तर की निरंतर निगरानी की जा रही है। जल स्तर बढ़ने की दशा में आवश्यकता पड़ने पर गंगा नदी के किनारे बसे लोगों को यहां से अन्यत्र भेजा जाएगा।

योगी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार उत्तराखंड सरकार के साथ खड़ी है और उत्तराखंड सरकार को आवश्यकता पड़ने पर सभी आवश्यक मदद दी जाएगी।

उन्होंने लोगों से अपील की है, ”किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें और न ही अफ़वाह फैलायें। स्वयं सतर्कता बरतते हुए लोग नदी के किनारे न जाएं। किसी विषम परिस्थिति के उत्पन्न होने पर जिला प्रशासन के साथ सहयोग करें। उत्तर प्रदेश सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है।”

सरकारी प्रवक्‍ता के अनुसार इस बीच मुख्‍यमंत्री ने उत्‍तराखंड राज्‍य को हर प्रकार का संभव सहयोग उपलब्‍ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्‍यमंत्री कार्यालय के ट्वीट के अनुसार योगी ने उत्‍तराखंड में ग्लेशियर के टूटने से उत्‍पन्‍न हुई परिस्थितियों के दृष्टिगत प्रदेश में संबंधित विभागों, अधिकारियों एवं राज्‍य आपदा मोचन बल को हाई-अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।

मुख्‍यमंत्री के निर्देश के बाद गंगा नदी के किनारे वाले जिलों में सतर्कता बढ़ गई है।

कन्‍नौज से मिली खबर के अनुसार जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने रविवार होने के बावजूद सभी अधिकारियों को तलब किया और आपात बैठक बुलाई तथा गंगा तट के किनारे बसने वाले सभी गांवों में आपात स्थिति से निपटने के निर्देश दिए। बैठक में गोताखोरों को अलर्ट किया गया है।

लेखपाल और ग्राम पंचायत सचिव को भी गंगा किनारे बसे गांवों में जाकर सभी को अलर्ट रहने के लिये कहा गया है। जिलाधिकारी ने स्वयं महादेवी घाट पहुँच कर निरीक्षण किया और बैठक में गंगा किनारे बसे गांवों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी अफसरों को सौंपी।

जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि पानी बढ़ने की आशंका को देखते हुए ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा तथा ग्रामीणों के रहने व खाने की उचित व्यवस्था की जाए।

भाषा आनन्द सं रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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