नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद जदयू ने बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को दोहराया | JD(U) reiterates demand for special status for Bihar after NITI Aayog report

नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद जदयू ने बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को दोहराया

नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद जदयू ने बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को दोहराया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:08 PM IST, Published Date : June 7, 2021/3:14 pm IST

पटना, सात जून (भाषा) नीति आयोग की एक हालिया रिपोर्ट में बिहार को सबसे निचले पायदान पर रखे जाने पर जदयू ने इस प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की अपनी पुरानी मांग को एकबार फिर दोहराया है। वहीं, रिपोर्ट ने विपक्ष को भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया है।

नीति आयोग ने पिछले हफ्ते अपने नवीनतम सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) सूचकांक में केरल, तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों को शीर्ष पर रखा जबकि बिहार इस रिपोर्ट में सबसे निचले पायदान पर रहा।

इस रिपोर्ट को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए ट्वीट कर कहा, ‘‘बिहार-झारखंड के विभाजन के बाद प्राकृतिक संपदाओं का अभाव और बिहारवासियों पर प्राकृतिक आपदाओं के लगातार दंश के बावजूद नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग सरकार अपने कुशल प्रबंधन से बिहार में विकास की गति देने में लगी है।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘लेकिन वर्तमान दर पर अन्य राज्यों की बराबरी संभव नहीं है। नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट इसका प्रमाण है। अतः विनम्र निवेदन है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की जदयू की वर्षो लंबित मांग पर विचार करें और बिहारवासियों को न्याय दें।’’

जदयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और मुख्य प्रवक्ता के सी त्यागी ने जोर देकर कहा, ‘‘ बिहार को विशेष दर्जा दिया जाना हमारी लंबे समय से मांग रही है। नीति आयोग की रिपोर्ट नीतीश कुमार के प्रदर्शन का प्रतिबिंब नहीं है। बल्कि यह हमारे रुख की पुष्टि करता है कि बिहार के साथ अन्याय हुआ है और उसे उसका हक मिलना चाहिए।’’

इस बीच, बिहार के विपक्षी महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने ट्वीट कर कहा, ‘‘नीतीश-भाजपा के 16 वर्षों के अथक प्रयास और नकारात्मक राजनीति का ही प्रतिफल है कि बिहार नीचे से शीर्ष पर है। कथित जंगलराज का रोना रोने वाले पूर्वाग्रह से ग्रस्त जीव आजकल ज़ुबान पर ताला जड़ बिलों में छुपे हैं। बिहार का सत्यानाश हो जाए लेकिन उन लोगों को सामाजिक आर्थिक न्याय गवारा नहीं।’’

लालू के छोटे पुत्र और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीट कर कटाक्ष किया, ‘‘नीतीश कुमार जी की सत्तालोलुप अदूरदर्शी नीतियों, गलत निर्णयों और अक्षम नेतृत्व के कारण बिहार लगातार तीसरे वर्ष भी नीति आयोग की रिपोर्ट में फिसड्डी प्रदर्शन के साथ सबसे निचले पायदान पर है। भाजपा-नीतीश के 16 वर्षों के कागजी विकास का सबूत सहित यही सार, सच्चाई व असल चेहरा है।’’

उन्होंने कटाक्ष करते हुए आगे कहा, ‘‘नीति आयोग की रैंकिंग में केरल अव्वल है जहां भाजपा को 0 सीट मिली, बिहार फिसड्डी है जहां 40 में 39 सीटें मिलीं।’’

बिहार के विपक्षी महागठबंधन में शामिल राजद की सहयोगी कांग्रेस और अन्य वामपंथी दलों ने भी बयान जारी कर आरोप लगाया कि नीति आयोग की रिपोर्ट इस बात का सबूत है कि नीतीश कुमार के ‘‘सुशासन’’ के दावे खोखले थे।

भाषा अनवर नेत्रपाल शफीक

 

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