मातृशक्ति के उत्थान के बिना किसी भी प्रकार के विकास की कल्पना नहीं : राज्यपाल | No development envisioned without the upliftment of maternal power: Governor

मातृशक्ति के उत्थान के बिना किसी भी प्रकार के विकास की कल्पना नहीं : राज्यपाल

मातृशक्ति के उत्थान के बिना किसी भी प्रकार के विकास की कल्पना नहीं : राज्यपाल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:57 PM IST, Published Date : March 8, 2021/1:46 pm IST

लखनऊ, आठ मार्च (भाषा) उत्‍तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि ”मातृशक्ति के उत्थान के बिना किसी भी प्रकार के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती, क्योंकि महिलाएं किसी भी समाज के विकास की धुरी हैं।”

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सोमवार को राजभवन स्थित बड़ा लान में नाबार्ड, किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय, शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय एवं एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय लखनऊ के सहयोग से ‘महिला समृद्धि महोत्सव’ का आयोजन किया गया था जिसका शुभारम्भ राज्यपाल ने किया ।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महोत्सव को संबोधित करते हुये कहा, ”एक महिला के विकास का मतलब एक पूरे परिवार का विकास है, और इसलिये समाज के हर वर्ग को महिला उत्थान की दिशा में अपना सक्रिय एवं सार्थक योगदान देना चाहिए।”

इस अवसर पर राज्यपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रदेश के सभी 75 जिलों से आये स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को बधाई और शुभकामना प्रेषित की।

राज्यपाल ने कहा कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में उपस्थित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा, समानता, स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भरता के विभिन्न पहलुओं की जानकारी विषय विशेषज्ञों तथा लोक विधाओं जैसे नाटक, कठपुतली, जादू आदि माध्यम से दी जा रही है ताकि महिलाएं शिक्षित होकर समाज में फैली विभिन्न बीमारियों के बारे में जानकर अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकें।

उन्होंने कहा कि ”महिलाओं के शिक्षित होने से वे विभिन्न सामाजिक कुरीतियां जैसे दहेज प्रथा, नशा उन्मूलन, लिंग भेद से भी लड़ सकेंगी, क्योंकि उनके दुष्परिणाम से भी वे भलीं-भाति परिचित होंगी।”

इस अवसर पर राज्यपाल ने नाबार्ड द्वारा उत्तर प्रदेश की 10,000 ग्रामीण महिलाओं को 1,000 स्वयं सहायता समूहों के रूप में संगठित करने हेतु एक करोड़ रूपये की धनराशि का स्वीकृति पत्र भेंट करते हुये नाबार्ड को निर्देश दिया कि यह धनराशि और अधिक होनी चाहिये।

इस कार्यक्रम को बाल विकास राज्य मंत्री स्‍वाती सिंह तथा नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक के अलावा अन्य लोगों ने भी संबोधित किया ।

भाषा आनन्द अर्पणा रंजन

रंजन

 

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