रायपुर, 24 फरवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुधवार को मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर सरकार को घेरा और जमकर हंगामा मचाया।
विधानसभा में आज भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों शिवरतन शर्मा और अजय चंद्राकर ने महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार का मामला उठाया और कहा कि राज्य में महिलाओं के साथ अनाचार, छेड़छाड़ और तस्करी जैसी संगीन घटनाएं हो रही है जो बहुत ही शर्मनाक है।
दोनों विपक्षी सदस्यों ने कहा कि राज्य की महिलाएं असहाय महसूस कर डर के साये में जी रही हैं और औसतन प्रतिदिन इस तरह की घनायें हो ही रही हैं जो बहुत ही निन्दनीय हैं और चिंतन का विषय है।
विधायकों ने कहा कि राज्य में पिछले दो माह में ही कई सामूहिक बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाएं हो चुकी है। भाजपा विधायकों ने इस विषय पर काम रोककर चर्चा कराए जाने की मांग की।
विपक्षी दल के विधायकों की मांग के बाद राज्य के संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि विपक्ष ने मंगलवार को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का मामला उठाया था। एक विषय पर लगातार चर्चा नहीं कराई जा सकती है।
मंत्री के विरोध के बाद शर्मा और चंद्राकर ने कहा कि भाजपा ने मंगलवार को राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का मामला उठाया था। इसमें हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती और अन्य अपराध शामिल है। लेकिन आज महिलाओं के खिलाफ अपराध का मामला उठाया जा रहा है।
इस दौरान सदन में विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी भाजपा विधायकों का साथ दिया और इस विषय पर चर्चा कराए जाने की मांग की।
भाजपा के सदस्यों ने कहा कि राज्य में महिलाओं के साथ अपराध हो रहा है और राज्य सरकार इन घटनाओं पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
विपक्षी दल के सदस्य जब इस विषय पर चर्चा कराए जाने की मांग कर रहे थे तब अध्यक्ष देवव्रत सिंह ने विपक्ष के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।
इसके बाद नाराज भाजपा के सदस्यों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। सदन में शोरगुल होता देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।
भाषा संजीव रंजन
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