रिलायंस की केजी बेसिन के आर श्रृंखला क्षेत्र से गैस उत्पादन दिसंबर तक शुरू करने की योजना | Reliance plans to start gas production from R series area of KG Basin by December

रिलायंस की केजी बेसिन के आर श्रृंखला क्षेत्र से गैस उत्पादन दिसंबर तक शुरू करने की योजना

रिलायंस की केजी बेसिन के आर श्रृंखला क्षेत्र से गैस उत्पादन दिसंबर तक शुरू करने की योजना

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:09 PM IST, Published Date : November 2, 2020/11:34 am IST

नयी दिल्ली, दो नवंबर (भाषा) उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की अपने पूर्वी अपतटीय क्षेत्र केजी-डी6 ब्लॉक में दूसरे दौर में की गई खोज से नवंबर/दिसंबर में उत्पादन शुरू करने की योजना है।

रिलायंस इंस्ट्रीज ने निवेशकों को यह जानकारी दी। कंपनी कृष्णा गोदावरी बेसिन केजी-डी6 में तीन परियोजनाओं पर काम कर रही है। इस ब्लॉक में पुराने कुओं से उत्पादन इस साल फरवरी में रूक गया था।

इसमें तीन क्षेत्रों में से आर- श्रृंखला पहला क्षेत्र होगा, जहां उत्पादन शुरू होगा।

कंपनी ने निवेशकों के समक्ष कहा, ‘‘सभी कुओं की खुदाई, परीक्षण का काम पूरा हो चुका है तथा उसे जोड़ा जा चुका है। समुद के भीतर का काम और परीक्षण कार्य पूरे हो चुके हैं।’’

बाकी बचा हुआ काम जारी है और इसके वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में चालू होने की संभावना है।

क्षेत्र से गैस का अनुबंध करने वाली कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि कहा कि पूर्व में रिलायंस ने नवंबर से उत्पादन शुरू होने का संकेत दिया था।

इससे पहले आर-श्रृंखला फील्ड से गैस उत्पादन जून में शुरू होना था लेकिन कोविड-19 संकट और उसकी रोकथाम के लिये ‘लॉकडाउन’ से आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हुई और कंपनी समय पर परियोजना पूरी नहीं कर सकी।

रिलायंस और उसकी भागीदारी बीपी केजी- डी6 ब्लॉक में खोजे गये तीन सेट का विकास कर रही हैं। ये हैं आर संकुल, आसपास के क्षेत्र और एमजे श्रृंखला। इन तीनों क्षेत्रों का 2022 तक विकास किया जाना है। इन तीनों परियोजनों के चालू होने से 2023-24 तक अधिकतम करीब 2.8 करोड़ घन मीटर गैस उत्पादन का अनुमान है।

आर संकुल से सर्वाधिक 1.2 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन जबकि मुख्य क्षेत्र से जुड़े आसपास के क्षेत्रों से अधिकतम 70 लाख घन मीटर प्रतिदिन गैस उत्पादन का अनुमान है। इस क्षेत्र से उत्पादन 2021 की तीसरी तिमाही में अनुमानित है। वहीं एमजे फील्ड से उत्पादन 2022 की तीसरी तिमाही में शुरू होगा और अधिकतम उत्पादन 1.2 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन रहने का अनुमान है।

रिलायंस ने नये खोजे गये क्षेत्रों से निकलने वाली गैस के लिये पिछले साल नवंबर में 50 लाख घन मीटर प्रतिदिन गैस की नीलामी की थी। उसमें बोलीदाताओं से कीमत (‘डेटेड’ ब्रेंट क्रूड तेल भाव के प्रतिशत रूप में), आपूर्ति अवधि और गैस की मात्रा का जिक्र करने को कहा गया था।

‘डेटेड’ ब्रेंट से आशय गैस आपूर्ति वाले अनुबंध माह के ठीक पहले के तीन महीने के लिये प्रकाशित औसत ब्रेंट भाव से है।

सूत्रों ने कहा कि कंपनी ने नवंबर में ब्रेंट कीमत (डेटेड) का 8.4 प्रतिशत न्यूनतम मूल्य तय किया था। इसका मतलब है कि बोलीदाताओं को गैस आपूर्ति के लिये 8.4 प्रतिशत या उच्च प्रतिशत की दर से बोली लगानी थी।

ब्रेंट क्रूड के मौजूदा औसत मूल्य 40 डॉलर प्रति बैरल को देखते हुए गैस की लागत करीब 3.36 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट पड़ेगी।

पिछले साल नवंबर में हुई पहले दौर की बोली में एस्सार स्टील, अडाणी ग्रुप और सार्वजनिक क्षेत्र की गेल ने पेश की गई मात्रा में से ज्यादातर हिस्सेदारी खरीदी। उस समय कीमत 5.1 से 5.16 डॉलर प्रति यूनिट निर्धारित हुई थी।

भाषा

रमण महाबीर

महाबीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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