मुंबई, चार मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता शरजील उस्मानी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिस पर इस साल जनवरी में पुणे में एल्गार परिषद में अपनी टिप्पणी से धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है।
पवार ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले किसी भी व्यक्ति का साथ देने का कोई कारण नहीं है।
उन्होंने कहा कि सभी को महत्वपूर्ण मुद्दों पर समझदारी से बोलना चाहिए।
पवार ने यह टिप्पणी राज्य विधान परिषद में की।
उन्होंने किसी भी पार्टी का नाम लिए बिना कहा, ‘शरजील उस्मानी और अपराध करने वाले अन्य लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। देश और राज्य की सामाजिक सुरक्षा पर दो राय नहीं होनी चाहिए।’
महाराष्ट्र भाजपा उस्मानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है।
रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी के एक स्पष्ट संदर्भ में, पवार ने कहा, ‘एक तथाकथित पत्रकार के खिलाफ आरोप लगाए गए। उन्हें आत्महत्या करने के लिए उकसाने के आरोप में भी गिरफ्तार किया गया था। उन पर व्हाट्सएप पर देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर और गोपनीय जानकारी देने का आरोप है। इस पत्रकार ने पुलवामा आतंकी हमले में देश के जवानों के शहीद होने के बाद खुशी जाहिर की थी।’
पवार ने कहा, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले किसी भी व्यक्ति का साथ देने का कोई कारण नहीं है। हम सभी को ऐसे मुद्दों पर समझदारी से काम लेना चाहिए। यह मेरा स्पष्ट दृष्टिकोण है और यह हमारे महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का भी दृष्टिकोण है।’
अपने संबोधन के दौरान, पवार ने यह भी कहा कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की एमवीए सरकार महाराष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि विकास निधि के आवंटन में राज्य के किसी भी क्षेत्र के साथ कोई अन्याय नहीं होगा।
भाषा कृष्ण नरेश
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