कोयंबटूर, छत सितंबर (भाषा) तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय नारियल के गुणवत्तापूर्ण पौधों की मांग को पूरा करने के लिये टिश्यू कल्चर (ऊतक संवधन) प्रौद्योगिकी के जरिए भारी संख्या में अच्छी पौध तैयार करने का अभिनव प्रयास कर रहा है।
विश्वविद्यालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि इस प्रयास को राज्य योजना आयोग की तमिलनाडु नवोन्मेष मुहिम का समर्थन प्राप्त है। इसके तहत विश्वविद्यालय के आण्विक जीवविज्ञान एवं बायोप्रौद्योगिकी पौध केंद्र ने विच्छेदित भ्रूण के ऊतकों से पौध तैयार करने में सफलता हासिल की है।
बयान में कहा गया कि टिश्यू कल्चर से तैयार पौधों को विश्व नारियल दिवस के अवसर पर दो सितंबर को ला कर विश्वविद्यालय के बाग में रोपा गया।
उसने कहा कि पिछले एक दशक में नारियल की मांग 500 प्रतिशत बढ़ गयी है। इसने मांग और आपूर्ति की खाई को गहरा कर दिया है। नये प्रयास से मांग पूरा करने में मदद मिलेगी।
भाषा सुमन मनोहर
मनोहर
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