रायपुर, 21 जून (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सोमवार को कहा कि तन और मन दोनों स्वस्थ होने से हम किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकते हैं।
राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने रायपुर स्थित निवास कार्यालय में सुबह योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए योग को अपनी दिनचर्या में इसे अनिवार्य रूप से शामिल करने की अपील की।
मुख्यमंत्री बघेल ने अपने संदेश में कहा है कि नियमित रूप से योग करने वाले हमेशा निरोगी रहते है और कोरोना काल में यह स्पष्ट हो गया है कि केवल धन -संपदा ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि स्वस्थ तन और स्वस्थ मन दोनों की आवश्यकता होती है। इसलिए तंदुरुस्त रहने के लिए नियमित योग बहुत जरूरी है।
बघेल ने कहा है कि योग हमारी प्राचीन परंपरा है। हमारे ऋषि-मुनियों ने इसका महत्व बहुत पहले से ही जान लिया था इसलिए योग नियमित करते थे। बीच में हम सब भौतिक भाग-दौड़ में इसे भूल गए थे। लेकिन कोरोना काल ने हम सब को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया और ऐसे समय में यदि हम सब नियमित रूप से योग करें तो तन भी स्वस्थ रहेगा और मन भी स्वस्थ रहेगा। जीवन में सकारात्मकता आएगी। इसलिए योग नियमित करें, इसका लाभ उठाएं। पूरे परिवार सहित पूरे छत्तीसगढ़ के लोग इसे अपनाएं।
उन्होंने कहा कि तन और मन दोनों स्वस्थ्य रहेंगे तो हम किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हमने सिर्फ भौतिक साधनों को ही सफलता का पैमाना मान लिया है, जबकि स्वस्थ तन और स्वस्थ मन के बिना हर सफलता अधूरी है। कोरोना-संकट के इस दौर में योग की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ शासन ने डिजिटल माध्यम से योग के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की है, इसका लाभ अवश्य उठाएं। तन-मन से चुस्त-दुरुस्त रहकर ही हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को तेजी से साकार कर सकते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ में डिजिटल योग मैराथन का आयोजन हुआ जिसमें लाखों लोगों ने भाग लिया।
भाषा संजीव मनीषा अविनाश
अविनाश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)