भोपाल, मध्यप्रदेश। मेडिकल कॉलेजों की रीढ़ माने जाने वाले जूनियर डॉक्टर्स ने एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लगातार कोविड ड्यूटी कर रहे जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि हमने अपनी मांगों को लेकर बार-बार चिकित्सा शिक्षा मंत्री समेत सभी अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे।
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लेकिन अब तक हमे सिर्फ आश्वासन ही मिला। इसलिए आज से हम जनरल वार्ड,ओपीडी, आईपीडी,ओटी और जनरल वार्ड का बहिष्कार कर रहे हैं। वहीं चेतावनी दी है कि अगर हमारी बात नहीं मानी गई तो कोरोना ड्यूटी भी नहीं करेंगे।
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प्रदेशभर के करीब साढ़े 4 हजार जूनियर डॉक्टर्स की इस हड़ताल से नॉन कोविड मरीजों को आज काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है, क्योंकि कोविड के कारण कई जिलों में नॉन कोविड मरीजों का इलाज़ केवल मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में ही किया जा रहा है। जिसके चलते बड़ी संख्या में नॉन कोविड मरीज यहां इलाज करा रहे हैं।
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बता दें कि जूडा लंबे समय से मांग कर रहे है कि उन्हें जो स्टाइपेंड दिया जाएं। पिछले 1 साल के कोविड के कारण उनकी पढ़ाई का नुकसान हुआ है। वहीं 1 साल की फीस माफ की जाएं। साथ ही कोविड ड्यूटी के दौरान जो भी जूनियर डॉक्टर संक्रमित होता है उसे अच्छे से अच्छा इलाज सरकार उपलब्ध कराएं।
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