काश अपने वचन पर अमल किया होता ? | Asaram

काश अपने वचन पर अमल किया होता ?

काश अपने वचन पर अमल किया होता ?

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:58 PM IST, Published Date : April 25, 2018/10:30 am IST

आसाराम उर्फ़ आसूमल सिरूमलानी को आज उम्र कैद की सजा सुनाई जा चुकी है। और ये सजा मिली है  नाबालिग से दुष्कर्म के कारण। पूरे देश में आज आसाराम पर होने वाले  फैसले का इंतजार  था। कोई बाबा के लिए दुआए माँगा रहा था तो कही आसाराम खुद अपने लिए हरे राम का जाप कर रहे थे।ज्ञात हो कि  साल 2012 से पहले आसाराम को आध्यात्मिक गुरु माना जाता था। जो अपने भक्तो को अपनी वाणी से प्रभावित करते थे। उनकी लोकप्रियता का ग्राफ ऐसा था कि जो बापू ने बोल दिया उसे उनके शिष्यों आंख बंद कर स्वीकारते थे। यही कारण था की आसाराम अपने भक्तो के लिए बहुत मीठे वचन का प्रयोग करते थे। 

आज आपको हम आसाराम के कुछ ऐसे ही वचन दिखाते हैं जिसे पढ़ने के बाद आपको भी अहसास हो जायेगा कि वाकई हमे शब्दों के इस्तमाल से पहले ये जरूर सोचना चाहिए की ये शब्द हमे अपने ही जाल में कैसे फ़ासते हैं। ये तस्वीर तीन साल पहले दिल्ली में आसाराम के किसी आश्रम के सामने से ली गयी थी। जिसके एक एक बोल आज आसाराम के कारनामों का पलटवार है। ईश्वर के सिवाय कहीं भी मन लगाया तो रोना पड़ेगा। और आज आसाराम के रोने को देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है। कि उन्होंने शब्दों का मायाजाल तो अपने असंख्य  भक्तों के बीच फेका लेकिन उस पर अमल नहीं किये। 

 

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