अंबिकापुर। सधे हुए कदम, तना हुआ सीना और ऊंचा उठा सिर ये नजारा कहीं और का नहीं है बल्कि छत्तीसगढ़ का है.और केंद्रीय रिजर्व पुलिस के ये जवान भी कहीं और के नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के बस्तर के ही रहने वाले वाले हैं.एक तरफ कदम से कदम मिलाते हुए बस्तर के युवा अब पुलिस के जवान के रूप में नजर आ रहे हैं तो वहीं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली युवतियां भी इनसे कहीं कम नहीं हैं.
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की नींद उड़ाने के लिए एक और बटालियन का निर्माण हो गया है और इस बटालियन की खास बात ये है कि बस्तर बटालियन के सभी जवान बस्तर संभाग के ही रहने वाले हैं. सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अंबिकापुर में बस्तरिया बटालियन के दीक्षांत समारोह में शामिल होकर बटालियन के जवानों की हौसला अफजाई किये हैं।ऐसा माना जा रहा है कि ये बटालियन नक्सलियों की नींद उड़ाने के लिए ही तैयार की गयी है.
बस्तर बटालियन के पहले दीक्षांत समारोह .वॉक्सपाप, नव आरक्षक ने बताया कि सीआरपीएफ की 241वीं बस्तरिया वारियर्स बटालियन का अस्तित्व में आना इतना आसान नहीं था. .लेकिन नियमों में छूट देकर बस्तर के युवाओं को सीआरपीएफ में भर्ती होने का मौका दिया गया और इसमें वहां के युवाओं ने जमकर हिस्सा लिया.
आपको बता दें कि पहले दीक्षांत समारोह में 534 नव आरक्षकों ने परेड में हिस्सा लिया है और इसमें से 189 महिलाएं इनके जोश और जुनून को देखते हुए मुख्यमंत्री रमन सिंह और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी इनकी तारीफ किये बगैर नहीं रहे। गलियों में खेलने वाले और खेतों में हल चलाने वाले युवकों और पानी के लिए दूर तालाब से सर पर बाल्टी ढोकर लाने वाली महिलाओं को पुलिस की वर्दी में देखकर उनके घरवाले बेहद खुश थे और और इस खुशी को वो शब्दों से बयां भी नहीं कर पा रहे थे लेकिन नव आरक्षकों ने अपनी खुशियां जरूर जाहिर की और ये भरोसा दिलाया है कि वो बस्तर में नक्सलियों का सफाया करने में कभी भी पीछे नहीं हटेंगे.
वेब डेस्क IBC24