भूपेश सरकार के दो साल: CM के फैसलों ने बदली सूबे की तस्वीर, वरदान साबित हो रही योजना | Bhupesh Sarkar two years: CM's decisions change the picture of the state, the plan is proving to be a boon

भूपेश सरकार के दो साल: CM के फैसलों ने बदली सूबे की तस्वीर, वरदान साबित हो रही योजना

भूपेश सरकार के दो साल: CM के फैसलों ने बदली सूबे की तस्वीर, वरदान साबित हो रही योजना

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:10 PM IST, Published Date : December 17, 2020/2:07 am IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के आज दो साल पूरे हो गए। जिसे सरकार ” बात हे अभिमान के.. छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान के” नारे के साथ जनता के सामने रख रही है। छत्तीसगढ़ की कमान संभालने के बाद भूपेश सरकार ने सबसे ज्यादा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। जिसका सीधा फायदा ग्रामीणों को मिल रहा है। सरकार की रोका छेका योजना ने आज गांव गांव में खुशहाली लाने का काम किया है।

Read More News: लव-सेक्स और धोखा, नाबालिग को प्रेम जाल में फंसाया, फिर संबंध बनाकर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर वसूले 7 लाख

भूपेश सरकार की रोका-छेका योजना भाटापारा जिले लोगों के लिए वरदान साबित हो रही हैण् मोपका ग्राम पंचायत में योजना के तहत तारजाली से खेतों को घेरा गया हैण् पहले जो जानवर खेतों में घुसकर फसलों को चौपट कर देते थे, अब वो पूरी तरह सुरक्षित हैं। राज्य सरकार के इस फैसले से जिले के किसान काफी खुश हैं, और मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा कर रहे हैं।

Read More News: किसान आंदोलन के बीच संत बाबा राम सिंह ने गोली मारकर की खुदकुशी, राहुल गांधी ने ट्वीट कर जताई

रोका.छेका अभियान के तहत खेतों में तारजाली से घेरने के अलावा पर्यावारण संरक्षण का बीड़ा भी भूपेश सरकार ने उठाया हैण्ण्सरकार की इस अनूठी योजना के अंतर्गत जिले में करीब 15 हजार से ज्यादा फलदार वृक्षों का रोपण किया गया। तारजाली और पर्यावरण की ये योजना मोपका, भरतपुर, गुड़ेलिया, धनेली, कोसमंदा जैसे कई गांवों में संचालित हो रही है। छत्तीसगढ़ की किसान हितैषी भूपेश सरकार के फैसलों ने न केवल ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदली है। बल्कि खुशहाली की राह पर छत्तीसगढ़ तेजी से अग्रसर है।

रोका-छेका अभियान
भाटापारा विधानसभा अंतर्गत कांग्रेस सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओ से किसान एवं ग्रामीण जनता को लाभ मिल रहा है, जहां किसानों की उपज को नुकसान से बचाव हो रहा वही फसल उत्पादन में बढ़ोत्तरी देखी जा रही साथ ही दलहन तिलहन एवं चना की फसलों के उत्पादन पाने के प्रति आस्वस्त है, भाटापारा अंतर्गत मोपका ग्राम पंचायत में सरकार की योजना के तहत रोकाछेका योजना में काम करते हुए खंभे लगाकर तारजाली लगाई गई है ग्राम में लगभग 5 किमी से उपर की तारजाली से खेतो को बांधा गया जिसके कारण से जो पशुए किसानो के खेतों में घुसकर पुरी तरह से फसल को चैपट कर देती थी आज वो पुरी तरह से सुरक्षित हो चुका है वहीं किसानों के चेहरो पर मुस्कान लाने को काम इस योजना ने किया है, किसानों की जहां फसल छति होने से बची है वही फसलो के उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी नजर आई साथ ही किसानों को जो गेहू.दलहन.तिलहन.चना कि फसलो का नुकसान सताता था उसमें भी किसान रवि फसलो के अच्छे उत्पादन के प्रति आस्वस्त दिख रहे हैं।

Read More News: इंस्टाग्राम भारत में कर रही है ‘इंस्टाग्राम लाइट’ का परीक्षण.. जानिए क्या है ये

साथ ही सरकार की पर्यावरण सुरक्षा की योजना के अंतर्गत जिला वन मंडल के द्वारा लगभग 15 हजार से ज्यादा पौधों का रोपण किया जो कि इन्ही तार जालीयो के अंदर किसानों के खेतों की मेढ़ों में ए ग्राम के अंदर तालाबो के किनारे में वृक्षारोपण किया गया है जिन्हे आने वाले 3 सालो तक वन मंडल के माध्यम से देखभाल में रखा जाएगा । जिससे ग्रामीण पर्यावरण संरक्षित तो होगा ही साथ ही फल ए औषधी ए जलाउ लकड़ीयां ए राहगीरो को छाया जैसे कई लाभ प्राप्त होंगें । वहीं रोकाछेका के तहत तारजाली एवं वृक्षारोपण पर्यावारण संरक्षण की योजनाए कांग्रेस सरकार की देन है किसानों एवं ग्रामीण जनता कि लिए जो लगभग 60 लाख की लागत से संचालित कि जा रही है ये अपनी तरह का अंनूठा प्रयोग करते हुए योजना संचालित कर भविष्य को देखते हुए दुरदर्षिता का परिचय कांग्रेस सरकार दे रही है।

Read More News: महाराष्ट्र में भाजपा के 10 विधायक पार्टी से असंतुष्ट, राकांपा प्रदेश अध्यक्ष का 

किसानों एवं लाभ पाने वाले हितग्राही से मुलाकात कर योजनाओ के बारे में जानने का प्रयास किया तो सकारात्मक सोच प्राप्त हुआ किसानों ने सरकार की योजनाओ को बहुत लाभकारी बताया वही कांग्रेस सरकार को किसानों की सरकार की संज्ञा देते हुए बताया कि लगातार मुख्यमंत्री भुपेश बघेल की योजनाओ से किसान आज प्रदेश में आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा वही पर्यावरण को किसानों के जमीनों के अनुकुल बनाने के दुरदर्शी रूप से योजनाओ का संचालन कर रही है। लाभपाने वाले किसान जहां धान की बालियो को लहलहाते हुए अपने खेतों में काम कर रहे वही अन्य किसान रविफसल की तैयारी में भी जुट चुके है। तारजाली एवं पर्यावरण की ये योजना मोपका, भरतपुर, गुड़ेलिया, धनेली , कोसमंदा जैसे कई गांवों में संचालित हो रही जिसका लाभ किसान एवं ग्रामीण निवासियों को मिल रहा जो आज किसानों के चेहरों कि मुस्कान बना है जो खुशहाली की बयार ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही है।

Read More News:  EOW ने करोड़ों की बैंक धोखाधड़ी के मामले में दर्ज की FIR, लोन के लिए जमा कंपनी के दस्तावेज निकले फर्जी