किसान के दिए 100 रु के भेंट को सीएम बघेल ने स्नेह के साथ स्वीकारा, आदिवासी ने गोबर बेचकर कमाए 32 हजार रुपए | CM Baghel accepted the farmer's gift of Rs 100 with affection

किसान के दिए 100 रु के भेंट को सीएम बघेल ने स्नेह के साथ स्वीकारा, आदिवासी ने गोबर बेचकर कमाए 32 हजार रुपए

किसान के दिए 100 रु के भेंट को सीएम बघेल ने स्नेह के साथ स्वीकारा, आदिवासी ने गोबर बेचकर कमाए 32 हजार रुपए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:33 PM IST, Published Date : January 5, 2021/12:51 pm IST

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज कोरबा जिले के प्रवास के दौरान जब पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा के ग्राम पोलमी पहुंचे, तो वहां एक आदिवासी किसान ने उनसे भेंटकर कहा ‘‘मैं हा गोबर बेच के 32 हजार रूपया कमाए हावंव। उई मं के सौ रूपया आप ल भेंट करना चाहथ हंव‘‘। उनके आग्रह पर अभिभूत हुए मुख्यमंत्री ने किसान की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनकी दी गई इस भेंट को बड़े ही स्नेह के साथ स्वीकारा और उन्हें धन्यवाद दिया।

पढ़ें- 1 महीने में राज्य के 50 फीसदी से ज्यादा किसानों ने बेचा धान, अब तक 55.32 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी

कोरबा जिले के पाली विकासखंड के सुदूर बीहड़ में बसे ग्राम पुटा के किसान नारायण सिंह गोधन न्याय योजना के हितग्राही हैं। उन्होंने गोबर बेचकर अब तक 32 हजार रूपए कमाए हैं। नारायण सिंह ने गोधन न्याय योजना लागू करने के लिए मुख्यमंत्री बघेल के प्रति आभार जताते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ी भाषा में लिखी पाती भेंट की।

पढ़ें- 13-14 जनवरी से शुरू हो सकता है कोरोना वैक्सीनेशन, स…

इस आभार पत्र में कृषक नारायण सिंह ने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को लिखा है कि ‘‘आप मन कईसे हा, आप मन के राज मं हम हन अच्छा हवन। आप मन के राज मं हमर असन गरीब मनखे मन बर, गोधन न्याय योजना चालू करेहा, जेन मं हमर असन गरीब मनखे मन गोबर बेच के कुछ कमा लेत हन। मैं हा गोबर बेच के 32 हजार रूपया कमाए हावंव। उई मं के सौ रूपया आप ल भेंट करना चाहथ हंव। आप मन के राज मं गांव के मनखे हा राम राज म जियत हे, अइसे लागत हे। गाड़ा-गाड़ा जोहार अउ राज मं खुशहाली करे बर शुभकामना‘‘।

पढ़ें- सीएम बघेल ने ममता बनर्जी को दी जन्मदिन की बधाई, बोल…

कृषक नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचने के एवज में मिली राशि से परिवार की जरूरतें पूरी हो रही हैं। गोबर बेचने से होने वाली नियमित आमदनी का सबसे बड़ा फायदा यह हुआ है कि अब हमें अपनी दैनिक जरूरतों के लिए किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ती।

पढ़ें- कौवों की मौत पर उज्जैन के ज्योतिषाचार्य की चेतावनी,..

मुख्यमंत्री बघेल ने उनसे कहा कि छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है जिसने गोबर खरीद कर गरीब वर्ग को भी आय का साधन उपलब्ध कराया है। राज्य शासन का लक्ष्य है कि अंतिम व्यक्ति को समस्त योजनाओं का लाभ मिले और प्रत्येक नागरिक आर्थिक रूप से सशक्त हो।