रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छात्रों के आग्रह पर हॉस्टल डे सेलिब्रेशन में साइंस कॉलेज के मेजर गोरे छात्रावास पहुंचे। यहां मंच से उन्होंने छात्रों को अपने छात्र जीवन के बारे में बताया और बताया की किस तरह कृषि जीवन से राजनीति में उतरे। इसके साथ ही उन्होंने बताया की किस तरह से साइंस कॉलेज की अव्यस्था के चलते उन्हें आंदोलन करना पड़ा था।
पढ़ें- जनता कांग्रेस सुप्रीमो अजीत जोगी की तबीयत फिर बिगड़ी, निजी अस्पताल .
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि हॉस्टल में पंखे नहीं थे लगातार शिकायत के बाद भी अधिकारी नहीं सुन रहे थे। जिसके बाद उन्होंने आंदोलन किया और ट्रेन तक रोक दी। इसके बाद से सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा की बतौर छात्र बुलाए जाने पर वह इंकार नहीं कर सके। मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा की पहले की बात अलग थी लेकिन अब सरकार संवेदनशील है और छात्रों को आंदोलन की जरूरत नहीं पड़ेगी बस पत्र के माध्यम से जानकारी दें और उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
पढ़ें- भूपेश ने कहा- नक्सलियों से होगी वार्ता, पहले तय करना है कि किससे कर…
बता दें कि भूपेश बघेल शनिवार शाम ट्रेन से रायपुर पहुंचे जहां छात्रों ने उनसे हॉस्टल आने का आग्रह किया तो उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया औऱ बिना प्रोटोकॉल के साइंस कॉलेज में आयोजित समारोह में शामिल हुए। बतां दे की बतौर साइंस कालेज के छात्र भूपेश बघेल साइंस कॉलेज के उमा दास मुखर्जी हॉस्टल में रहा करते थे।
Dulhan Ke Samne Dulhe Ki Dimand : शादी होते ही…
3 hours agoMother had sex with Boyfriend : बेटी की शादी की…
5 hours ago