छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की तारीख नहीं बढ़ेगी आगे, आज ही खरीदी की अंतिम तिथि- रविंद्र चौबे | Date of purchase of paddy in Chhattisgarh will not increase further, today is the last date for purchase

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की तारीख नहीं बढ़ेगी आगे, आज ही खरीदी की अंतिम तिथि- रविंद्र चौबे

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की तारीख नहीं बढ़ेगी आगे, आज ही खरीदी की अंतिम तिथि- रविंद्र चौबे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:51 PM IST, Published Date : January 29, 2021/9:20 am IST

रायपुर,छत्तीसगढ़। सूबे में धान खरीदी की अंतिम तारीख को लेकर बन रही असमंजस की स्थिति के बीच कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने साफ किया है कि धान खरीदी की तारीख आगे नहीं बढ़ेगी। शुक्रवार 29 जनवरी यानी आज ही धान खरीदी की अंतिम तारीख है। किसानों से अब तक 91 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। 

पढ़ें- संसद कैंटीन की नई रेट लिस्ट जारी, शाकाहारी थाली 100…

वहीं कृषि मंत्री ने मांग की है कि केंद्र सरकार 60 लाख मीट्रिक टन धान उठाव की अनुमति दें। केंद्र से अनुमति मिली तो अतिरिक्त धान खरीदने की भी बात कही। केंद्र से कृषि मंत्री ने धान से एथेनाल बनाने की अनुमति भी मांगी ही। 

पढ़ें- 45 किलोमीटर पदयात्रा पूरी कर गरियाबंद कलेक्ट्रेट पह…

गौरतलब है कि धान खरीदी की अंतिम तारीख को लेकर किसान और समिति प्रबंधक असमंजस की स्थिति में थे। दरअसल धान खरीदी की अंतिम तारीख़ पहले 31 जनवरी थी। लेकिन शनिवार और रविवार धान ख़रीदी नहीं होती। अधिकांश केंद्रों में धान ख़रीदी आज से बंद हो गई है।

पढ़ें- धान खरीदी की अंतिम तारीख़ को लेकर असमंजस, केंद्…

बीजेपी प्रदेश सरकार से धान खरीदी की तिथि बढ़ाने की मांग कर रही है। भाजपा का आरोप है कि पंजीयन कराने वाले हजारों किसानों ने धान नहीं बेचा है। इसी बीच कृषि मंत्री रविंद्र चौबे का बयान दिया है कि धान खरीदी की आखिरी तारीख आज ही माना जाए।

पढ़ें- दिल्ली हिंसा मामले में शशि थरूर समेत 8 लोगों के खिलाफ राजधानी में केस दर्ज, शांति भंग करने का लगा आरोप

गरियाबंद में किसानों का पदर्शन

उधर गरियाबंद में धान खरीदी को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्रामीणों ने 45 किलोमीटर लंबी पदयात्रा निकालकर अपना विरोध जताया। नागबेल के 150 ग्रामीण पदयात्रा कर गरियाबंद कलेक्ट्रेट पहुंचे और धान नहीं बेच पाने का आरोप लगाया। पटवारी पर गिरदावरी में गलतियों का भी आरोप लगाया गया। कलेक्ट्रेट के सामने ही किसानों का प्रदर्शन जारी है।