पूर्व कोच ब्रासा को है भारत के हॉकी वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद, बताया क्यों है इस देश से प्यार | Former coach Brasa hopes to India will win hockey World Cup

पूर्व कोच ब्रासा को है भारत के हॉकी वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद, बताया क्यों है इस देश से प्यार

पूर्व कोच ब्रासा को है भारत के हॉकी वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद, बताया क्यों है इस देश से प्यार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : November 30, 2018/8:28 am IST

नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कोच जोस ब्रासा पिछले एक दशक में टीम की प्रगति से प्रभावित हैं। उनका कहना है कि भारत के पास इस बार अपने दर्शकों के सामने विश्व कप में गोल्ड जीतने का सुनहरा मौका है, बशर्ते वे प्रदर्शन में निरंतरता बरकरार रखें। भुवनेश्वर में 28 नवंबर से चल रहे विश्व कप में भारत ने पूल सी में अपनी शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5.0 से जीत के साथ की है। अब उसका सामना 2 दिसंबर को दुनिया की तीसरे नंबर की टीम बेल्जियम से और 8 दिसंबर को कनाडा से होगा।

ब्रासा का कहना है कि अपने घरेलू मैदान पर भारत के लिए विश्व कप जीतना आसान होगा। पूर्व कोच ने कहा भारतीय टीम ऐसी है जो अपना दिन होने पर किसी भी टीम को हरा सकती है और किसी भी बड़े टूर्नामेंट में पदक जीत सकती है, लेकिन इसके साथ ही किसी भी टीम से हार भी सकती है। भारत को प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखनी रखनी होगी। उन्होने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि भारत अब बेल्जियम, जर्मनी, आस्ट्रेलिया और नीदरलैंड की शीर्ष जमात में है। लेकिन यह ऐसी टीम भी है जो आसान मैच भी हार सकती है।

उन्होंने कहा कि भारत को घरेलू मैदान पर खेलने का अतिरिक्त फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर जैसी जगह पर खचाखच भरे स्टेडियम में खेलने से भारत को बेहतर प्रदर्शन की प्रेरणा मिलेगी और बड़े टूर्नामेंट्स में पदक जीतने का अनुभव नहीं होना भी भारी नहीं पड़ेगा। लेकिन हमेशा दर्शकों के समर्थन को ही मानदंड नहीं माना जा सकता।

ब्रासा ने कहा कि पिछले दस साल में भारतीय टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है और इसका श्रेय बेहतर बुनियादी ढांचे और विदेशी कोचों को जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले दस साल में भारत में कृत्रिम टर्फ की संख्या कई गुना बढी है । भारतीय हाकी के पास अच्छा प्रशासन है और पिछले दस साल में रिक चार्ल्सवर्थ तथा रेालेंट ओल्टमेंस जैसे बेहतरीन कोचों के अनुभव का भारत को लाभ मिला है। बता दें कि ब्रासा के कोच रहते भारत ने दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010 में रजत और ग्वांग्झू एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था लेकिन बाद में हाकी इंडिया ने उनके साथ अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाया था।

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उन्होंने कहा कि भारत में हाकी के लिये अच्छा बजट है और लोगों का इस खेल से जज्बाती जुड़ाव भी है जो काफी अहम है। उन्होंने कहा कि भारतीयों को हाकी से प्यार है और मुझे भी। यही कारण है कि मुझे भारत से प्यार है।

 
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