बालाघाट लोकसभा सीट पर कांग्रेस-बीजेपी का सीधा मुकाबला, जातिगत समीकरणों पर टिका है खेल | Lok Sabha Elections 2019 : Balaghat lok sabha Constituency : BJP VS Congress

बालाघाट लोकसभा सीट पर कांग्रेस-बीजेपी का सीधा मुकाबला, जातिगत समीकरणों पर टिका है खेल

बालाघाट लोकसभा सीट पर कांग्रेस-बीजेपी का सीधा मुकाबला, जातिगत समीकरणों पर टिका है खेल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:01 PM IST, Published Date : April 24, 2019/1:51 pm IST

मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से एक है बालाघाट। बालाघाट लोकसभा सीट पर मतदान 29 अप्रैल को होना है। पहले इस सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था लेकिन अब यहां बीजेपी जीतती है। इस सीट पर 1996 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है, लेकिन उसके बाद से यहां बीजेपी जीतती आ रही है।

8 विधानसभाएं

बालाघाट लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं। इनमें बैहर, बालाघाट, बारघाट, लांजी, वारसिवनी, सिवनी, पारसवाडा, कटांगी यहां की विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इनमें से 4 पर कांग्रेस, 3 पर बीजेपी काबिज है।

लोकसभा चुनाव 2019 : प्रत्याशी

गौरतलब है कि बालाघाट ऐसी सीट हैं, जहां टिकट काटे जाने से नाराज भाजपा के बागी मौजूदा सांसद बोध सिंह भगत निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने यहां से इस बार ढाल सिंह बिसेन को अपना प्रत्याशी बनाया है। ढाल सिंह बिसेन पंवार जाति से आते हैं। इस जाति के 15.5% वोट हैं। इनमें बिसेन की पकड़ है। हालांकि बिसेन को उम्मीदवार बनाए जाने नाराज मौजूदा सांसद भगत बगावत करते हुए चुनाव मैदान में उतर गए हैं। हालांकि इसके बाद पार्टी उन्हें निष्कासित कर चुकी। भाजपा की इस बगावत का फायदा कांग्रेस प्रत्याशी मधु भगत को पहुंच सकता है।

कांग्रेस प्रत्याशी मधु भगत की बात करें तो वे 2018 के विधानसभा चुनाव में पराजित हो गए थे। इसस पहले उन्होंने 2013 में कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। वे पंवार समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसका फायदा उन्हें मिल सकता है। वहीं बसपा की टिकट से पूर्व सांसद और विधायक कंकर मुंजारे मैदान में हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है।

चुनावी मुद्दे

स्थानीय मुद्दों की बात करें तो कर्जमाफी ही अभी भी सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है। एक ओर भाजपा जहां इसे छलावा बता रही है, वहीं कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव के बाद 2 लाख रुपए तक की कर्ज माफी होगी। केंद्र में कांग्रेस आई तो न्याय योजना के तहत 72 हजार का लाभ भी मिलेगा। ग्रामीण इलाकों में इस पर खासी चर्चा चल रही है। दूसरा मुद्दा कांग्रेस सरकार आने के बाद हो रही बिजली कटौती है। भाजपा इसे कांग्रेस शासन से जोड़ रही है।

बालाघाट लोकसभा  सीट : जातीय समीकरण

 सामान्य वर्ग     13.4%

पिछड़ा वर्ग      2%

SC-ST         55.7%

अल्पसंख्यक    8.4%

अन्य             6.7%
 
बालाघाट-सिवनी संसदीय क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोधी मतदाता हैं, ऐसे में ये भी अहम है कि लोधी मतदाता किस पक्ष में मानस बनाते हैं। आदिवासी, मरार और गोवारी समाज का रुख किसके साथ रहता है, यह भी महत्वपूर्ण होगा।

मौजूदा सांसद

 बीजेपी के बोधसिंह भगत

2014 में कितने मतों से जीते   1,08,000 वोटों से

किसे हराया था               कांग्रेस की हिना लिखीराम

2014 में वोटर्स की संख्या  16,29,769

महिला मतदाता                 8,07,102  

पुरुष मतदाता                   8,226,67  

2014 में वोटों का फीसदी  68.31 फीसदी

2009 के लोकसभा चुनाव में सीट बीजेपी के केडी देशमुख जीते थे। उन्हें 2,99,959 (39.65 फीसदी) वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के विश्वेवर भगत को 2,59,140 (34.25 फीसदी) वोट मिले थे।

<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/YbC-WrrvlxE” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>

 

 
Flowers