मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद बाढ़ के हालात, नाले में बह गई कार, हादसों में आठ की मौत | MP Flood:

मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद बाढ़ के हालात, नाले में बह गई कार, हादसों में आठ की मौत

मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद बाढ़ के हालात, नाले में बह गई कार, हादसों में आठ की मौत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:09 PM IST, Published Date : August 22, 2018/4:31 am IST

विदिशा। मध्य प्रदेश कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद बाढ़ के हालात बन गए हैं। पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही तेज बारिश से विदिशा जिले में नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। विदिशा अशोकनगर मार्ग बैस नदी के उफान पर आने से बंद हो गया है और पुल पर 2 फीट ऊपर से पानी बह रहा है। इसके बाद भी लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे हैं। वहीं विदिशा के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में भी हालात खराब हो गए हैं। कई गांव पानी से घिर गए हैं। गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। वहीं प्रशासन ने रेस्क्यू टीम भेजी..लेकिन काफी देर से रेस्क्यू टीम के पहुंचने से ग्रामीणों में आक्रोश है।

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मंदसौर जिले में हो रही तेज बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में अपनी लापरवाही के चलते चार युवक उफनते नाले में कार सहित बह गए। बताया जा रहा है कि धमनार गांव के पास नाले की रपट से ऊपर पानी बह रहा था। इसी दौरान युवकों ने कार को तेज बहाव वाली पुलिया से पार करने की कोशिश की। इस दौरान मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने युवकों को मना भी किया। लेकिन युवकों ने ग्रामीणों की बात नहीं सुनते हुए कार तेज बहाव पानी में उतार दिया। जिससे कार नाले में करीब आधा किलो मीटर तक बह कर चली गई। आसपास के ग्रामीणों ने किसी तरह कार से चारों युवकों को निकाला और सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

 

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इंदौर में लगातार बारिश होने से एक जर्जर मकान गिरने से आसपास के लोगों में दहशत छा गयी। घटना शहूर के माणक चौक के पारसी गली का है। लगातार कई घंटो से बारिश हो रही थी जिसके कारण मकान भर भराकर गिर गया। कच्चे मकान की दीवारें काफी कमजोर थी और कई घंटों की लगातार बारिश के कारण वो और भी कमजोर हो गयीं। बारिश से बचाने के लिए मकान को प्लास्टिक से ढका भी गया था लेकिन आसपास इतनी ज्यादा नमी हो गयी कि मकान ही गिर गया। इलाके में इसी तरह के कई और भी मकान हैं लेकिन कैंट एरिया होने के कारण आसपास के क्षेत्र में निर्माण करने की इजाजत नहीं है।

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फिलहाल मकान गिरने से कोई अनहोनी तो नहीं हुई है लेकिन जिन लोगों ने मकान को गिरते हुए देखा है उनमें काफी दहशत है। इलाके में अभी और भी कई ऐसे मकान हैं जिनकी हालत खराब है लेकिन चाहकर भी लोग मकानों में निर्माण नहीं करा सकते हैं। जो दूसरे घर जर्जर हैं उनमें रहने वाले लोग अब काफी डरे हुए हैं। लोगों के डर सता रहा है कि अभी बारिश और होगी और इस तरह के हादसे अगर दूसरी जगह हुए तो जनहानि भी हो सकती है।

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वहीं खरगोन में लगातार बारिश के बाद कुंदा नदी में भी बाढ़ आ गई है। पुल पर बाढ़ का पानी होने के बावजूद भी कई लोग वाहन लेकर आवागमन कर रहे हैं। जिससे हादसा का खतरा बना रहता है। इधर भारी बारिश को देखते हुए खरगोन कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने मंगलवार को सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित किया था। वहीं बारिश की वजह से कई जगहों में नाले भी उफान पर हैं। जिससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेस्क्यू चलाकर कई गांवों के लोगों को पुलिस बल की सहायता से बाहर निकाला गया। इस दौरान विदेशा कलेक्टर ने ट्रैक्टर पर सवार होकर कई गांवों का जायजा लिया। दूसरी ओर विदिशा के गाजीखेड़ा गांव में पानी आफत की बारिश बन गई। ग्रामीणों का रखा अनाज पानी मे बर्बाद हो गया। कई कच्चे मकान गिर गए हालांकि जन की कोई हानि नहीं हुई।

 

 

वेब डेस्क, IBC24

 
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