नई दिल्ली। एनडीए में फिर एक बार फूट के स्वर सुनाई देने लगे हैं। इस बार मुद्दा बना है, एससी-एसटी एक्ट पर फैसला देने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एके गोयल को राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) का अध्यक्ष बनाना। इस पर रामविलास पासवान के बेटे चिराग के बाद अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने सवाल उठाए हैं।
अठावले ने शनिवार को कहा कि ‘जस्टिस गोयल ने एससी-एसटी एक्ट पर गलत फैसला दिया। मेरे विचार से उन्हें एनजीटी का अध्यक्ष नहीं बनाया जाना चाहिए था। मैं भी एनडीए का हिस्सा हूं, लेकिन मैं उन्हें पद से हटाने की मांग करता हूं। उन्होंने दलितों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है’।
यह भी पढ़ें : भारतीयों के लिए फ्रांस का बड़ा तोहफा- अब ट्रांजिट वीजा की नहीं पड़ेगी जरुरत
बता दें कि मार्च के महीने में सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट में कुछ बदलाव किए थे। कोर्ट ने आदेश दिया था, ‘इस एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी न की जाए। इस एक्ट के तहत दर्ज होने वाले केसों में अग्रिम जमानत मिले। पुलिस को 7 दिन में जांच करनी चाहिए। इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा था कि सरकारी अधिकारी की गिरफ्तारी अपॉइंटिंग अथॉरिटी की मंजूरी के बिना नहीं की जा सकती’। यह फैसला सुनाने वाली बेंच में जस्टिस गोयल भी थे। गोयल 7 जुलाई को ही रिटायर हुए हैं और अब सरकार ने उन्हें पांच साल के लिए एनजीटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
इससे पहले शुक्रवार को चिराग पासवान ने कहा थाकि ‘हमने भाजपा को मुद्दों के आधार पर समर्थन दिया है। ऐसे में केंद्र सरकार दलितों के उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कानून बनाए और 9 अगस्त तक एनजीटी के अध्यक्ष एके गोयल को हटाया जाए’
डेस्क, IBC24
जम्मू लोकसभा सीट पर शाम पांच बजे तक 67 प्रतिशत…
22 mins agoलोस चुनाव का दूसरा चरण राजग के लिए ‘बहुत अच्छा’…
24 mins agoजयपुर हवाई अड्डे को बम से उड़ाने की धमकी मिली
31 mins agoअसम की पांच लोकसभा सीट पर शाम पांच बजे तक…
32 mins ago