रायपुर। छत्तीसगढ़ में जातीय संघर्ष की आशंका के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की तैनाती की जाएगी। बताया जा रहा है कि राज्य बनने के बाद पहली बार इस फोर्स की तैनाती की जा रही है। इस फोर्स को मैदानी इलाको में तैनात किया जायेगा।
पुलिस के पुख्ता सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक आईबी की रिपोर्ट के अनुसार इस बार राज्य में जातीय संघर्ष की बढी आशंका के चलते इस फोर्स की तैनाती की जा रही है। हालांकि इस बात की पुष्टि पुलिस का कोई भी अधिकारी करने को तैयार नही है। आरएएफ का गठन सीआरपीएफ की एक इकाई से किया गया था।
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जानकारों के अनुसार इस फोर्स के पिछले रिकार्ड के अनुसार इस इसका पहला उपयोग बाबरी मस्जिद विवाद के दौरान देश में उत्पन्न हालातों के बाद किया गया था। इसके बाद इस फोर्स का उपयोग इस तरह के उत्पन्न विवादों के दौरान किया जाता है।
आरएएफ की खासियत ये होती है कि इसके जवान दंगा नियत्रंण में दक्ष होते है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते है। फिलहाल आरएएफ की कुल 20 कंपनियां होने वाले चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ में तैनाती के लिए पहुंचना शुरू हो गई है।
वेब डेस्क, IBC24