कोवैक्‍सीन के थर्ड फेज ट्रायल के नतीजे जारी, खतरनाक डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ इतने प्रतिशत है असरदार | Results of the third phase trial of Covaxin released, such percentage is effective against dangerous delta variants

कोवैक्‍सीन के थर्ड फेज ट्रायल के नतीजे जारी, खतरनाक डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ इतने प्रतिशत है असरदार

कोवैक्‍सीन के थर्ड फेज ट्रायल के नतीजे जारी, खतरनाक डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ इतने प्रतिशत है असरदार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:02 PM IST, Published Date : July 3, 2021/3:39 am IST

नई दिल्‍ली। भारत बायोटेक ने अपनी कोविड वैक्‍सीन COVAXIN के तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे अधिकारिक रूप से जारी कर दिए हैं, इन नतीजों के अनुसार COVAXIN को कोरोना के खिलाफ 77.8% प्रभावी पाया गया है। वहीं खतरनाक डेल्‍टा वेरिएंट के खिलाफ यह 65.2% असरदार माना गया है, तीसरे चरण के ट्रायल में कुल 24,419 लोगों को शामिल किया था जिसमे से 12,221 लोगों को असली वैक्सीन के दोनों डोज दिए गए थे।

यह भी पढ़ें: जल जीवन मिशन के तहत हरियाणा के 12 जिलों ने प्राप्त किया ‘हर घर जल’ …

कोरोना से गंभीर संक्रमण के शिकार हुए लोगों पर कोवैक्‍सीन 93.4% प्रभावी पाया गया है, कंपनी ने अधिकारिक नतीजे जारी करते हुए बताया कि तीसरे चरण के ट्रायल में भाग लेने वाले 16,973 लोगों को दोनों डोज (असली वैक्सीन या प्लेसिबो) देने के बाद कम से कम 2 हफ्तों तक उनकी सेहत पर नजर रखी गई, इस फॉलोअप में पाया गया कि 130 वॉलंटियर्स को कोविड संक्रमण हुआ, उसमें से 24 लोग ऐसे थे जिन्हें असली वैक्‍सीन के दोनों डोज लगने के बाद COVID हुआ था, वहीं 124 वॉलंटियर्स को प्लेसिबो लगने के बाद कोविड पाया गया।

इसी तरह COVID का गम्भीर संक्रमण जिन 16 वॉलंटियर्स में देखा गया, उनमें से केवल 1 को असली वैक्सीन के दोनों डोज दिए गए थे और बाकी 15 को प्लेसिबो दिया गया था, इस ट्रायल में यह भी पाया गया कि 60 साल से ऊपर के लोगों पर कोवैक्‍सीन 67.8% प्रभावी है और 60 साल से कम उम्र के लोगों पर 79.4% प्रभावी है

यह भी पढ़ें: इमारत ढहने से अब तक 22 लोगों की मौत, मलबे से मिले दो और शव

तीसरे चरण के ट्रायल के दौरान कुल 99 वॉलंटियर्स में गंभीर साइड इफेक्ट्स भी सामने आए हैं, इनमें से 39 वॉलंटियर्स असली वैक्‍सीन वाले और 60 प्लेसिबो वाले लोग शामिल थे, तीसरे चरण के ट्रायल में भाग लेने वाले 15 वॉलंटियर्स की मौत भी हुई है, इसे लेकर कंपनी ने जोर देकर कहा कि इनमें से किसी भी वॉलंटियर की मौत का कारण वैक्सीन या प्लेसिबो का साइड इफेक्ट नहीं था, इनमें से 5 वॉलंटियर्स को असली वैक्‍सीन और 10 को प्लेसिबो दी गई थी, साथ ही मरने वाले 15 वॉलंटियर्स में से 6 की मौत कोरोना संक्रमण से हुई और इनमें से 1 को असली वैक्‍सीन और 5 को प्‍लेसिबो दिया गया था।