नई दिल्ली। सऊदी अरब की सरकार ने महिलाओं को पुरुष अभिभावकों की अनुमति के बगैर शादी करने के अधिकार को ठुकरा दिया है। बात दें कि न्यायिक समिति शूरा काउंसिल ने इस प्रस्ताव को खारिज किया है। ‘फीमेल काउंसिल मेंबर’ ने इसे लेकर आग्रह किया था।
न्यायिक समिति शूरा काउंसिल ने इस प्रस्ताव को ये कहकर ठुकरा दिया कि वैवाहिक कानून के लिए पुरुष अभिभावक की मौजूदगी एक जरूरी शर्त है। बता दें कि सऊदी अरब में पुरुष संरक्षणात्मक प्रणाली के कारण महिलाओं के अधिकारों का शोषण होता है। ह्यूमन राइट के मुताबिक, यहां जन्म से लेकर मरने तक एक महिला की पूरी जिंदगी पुरुष के नियंत्रण में रहती है।
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लड़की का पिता, पति या भाई अभिभावक होता है जो महिलाओं के महत्वपूर्ण निर्णय लेने की शक्ति होती है। अल रियाद ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘दरंदारी ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया है, जबकि परिषद के अन्य सदस्यों ने भी तलाक से संबंधित कानूनों में संशोधन की मांग पर कदम पीछे खींच लिए हैं।’
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