रायपुर। वर्ष 2011 में फेडरेशन आंदोलन के दौरान 96 शिक्षकों पर एस्मा लगाकर उन्हें जेल भेज दिया गया था।उसके बाद यह आंदोलन और तेज हो गया. बढ़ते आंदोलन के बाद शिक्षाकर्मी और शासन के बीच एक समझौता हुआ और 8 नवम्बर को उन्हें जेल से रिहा किया गया. 9 नवम्बर को आंदोलन समाप्त हुआ इस आंदोलन के परिणाम स्वरूप 11 आदेश जारी किए गए थे, सीपीएस कटौती, अनुकम्पा नियुक्ति, येसग्रेसिया की राशि आदि।
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इस आंदोलन के बाद 2012 एवं 2017 का सफल आंदोलन हुआ था, एस्मा प्रकरण होने के बाद भी इन आंदोलनों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रदेश संचालक वीरेंद्र दुबे ने बताया कि एस्मा प्रकरण से मुक्त होना हम शिक्षकों के लिए एक सुखद अनुभव है 2011 से एस्मा का दंश का मजबूती से सामना किए बिना डर संविलियन के आंदोलन में अपनी पूरी भागीदारी निभाए।
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प्रदेश उपसंचालक धर्मेश शर्मा ने बताया कि आज 7 साल बाद जिला न्यायालय के मजिस्ट्रेट असलम खान ने साक्ष्य के आभाव में सभी 96 शिक्षा कर्मियों को दोष मुक्त कर दिए है जिससे शिक्षाकर्मी में एक खासा उत्साह है।
वेब डेस्क IBC24