धड़कन की जटिल बीमारी का इलाज अब होगा आसान, अत्याधुनिक मशीन से दो दिन में 4 सफल ऑपरेशन | Treatment of complex heart disease will now be easy, 4 successful operations in two days

धड़कन की जटिल बीमारी का इलाज अब होगा आसान, अत्याधुनिक मशीन से दो दिन में 4 सफल ऑपरेशन

धड़कन की जटिल बीमारी का इलाज अब होगा आसान, अत्याधुनिक मशीन से दो दिन में 4 सफल ऑपरेशन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:43 PM IST, Published Date : November 23, 2020/3:48 am IST

रायपुर। तेज धड़कन की गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को अब जल्द ही इलाज मिल रहा है। हाल ही में बीमारी से जूझ रहे 4 मरीजों का इलाज पूरा हुआ है। इलाक के दो दिन बाद ही मरीजों को राहत मिल गई। 22 अगस्त 2020 को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने 3D इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी मशीन का एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट में छत्तीसगढ़ की जनता को लोकार्पण किया। यह मशीन अत्याधुनिक मशीन है और अपने प्रकार में विलक्षण इसके समकक्ष मशीन दक्षिणी एशियाई देशों में भी उपलब्ध नहीं है।

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मालूम होगा कि एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट मेडिकल कॉलेज रायपुर में हृदय की तेज धड़कनों का इलाज 13 अगस्त 2018 से किया जा रहा है। पहले इसके इलाज में 2D इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी मशीन का उपयोग किया गया था, जिसे नई दिल्ली से किराए पर मंगाया गया था। इस इलाज से अभी तक कई मरीज लाभान्वित हो चुके हैं। 2D इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी मशीन से सीमित प्रकार की हृदय की धड़कनों का ही इलाज संभव है।

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इस मशीन के उपयोग से जटिलतम हृदय की धड़कनों के विकार का निदान और उपचार सुगमता से मरीज की अधिक सुरक्षा और कम समय में संभव होगा। 2D विधि से मरीज के इलाज करने में अनुमानित कई घंटों का समय लग सकता है। चिंटू 3D इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी विधि से मरीज का इलाज करने में यह समय अवधि लगभग 1/4 हो जाती है।

इनका हुआ इलाज

शुक्रवार 20 नवंबर 2020 को 2D विधि से दो मरीज जिनकों हृदय की गति के तेज हो जाने की बीमारी थी। उनका इलाज किया गया। इसमें एक मरीज महाराष्ट्र के 1 बड़े शहर से रायपुर में एडवांस कार्ड एटीट्यूट में उपलब्ध सुविधा का लाभ भी लिया। शनिवार 21 नवंबर 2020 को 2 मरीज जिनको हृदय की जटिल धड़कन की बीमारी थी। उनका 3D इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी और रेडियो फ्रिकवेंसी एबलेशन के द्वारा इलाज सफलतापूर्वक किया गया।

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एक मरीज जिसकी उम्र लगभग 45 वर्ष है 19 तारीख की शाम को हृदय की खतरनाक ढंग से बढ़ने वाली बीमारी से श्वास रोग विभाग से एडवांस कार्ड एक इंस्टिट्यूट में हार्ट फेलियर के साथ शिफ्ट किया गया सभी तरह की दवा के उपयोग के बाद भी इस मरीज की धड़कन 200 की गति से अधिक ही चल रही थी। इस मरीज को एडवांस कार्ड इंस्टिट्यूट के कैथल में पहले इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी जांच की गई और FASICULAR VENTRICULAR TACHYCARDIA नामक हृदय की धड़कन के कठिन और जटिल रोग से ग्रसित पाया गया। इसकी त्रिआयामी या 3D इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी के द्वारा हृदय के अंदर गति के संचार का नक्शा बनाया गया और इस धड़कन कारक दिल के उस स्थान को चिन्हित किया गया और इसके बाद उस स्थान को रेडियो फ्रिकवेंसी एबलेशन द्वारा हृदय के अंदर जलाकर इस रोग को ठीक कर दिया गया।

एक अन्य मरीज जोकि 40 वर्ष की महिला जिन्हें काफी अरसे से तेज दिल की धड़कन ATRIAL FLUTTER के साथ 2:1 ब्लॉक होने के कारण हार्ड कार्य क्षमता 30% तक कम हो गई थी। ऐसे मरीज का भी 3D इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी विधि के द्वारा पहले रोग के हृदय के अंदर सर्किट का नक्शा बनाया गया एवं के बाद रेडियो फ्रिकवेंसी एबलेशन कैथेटर द्वारा इस नक्शे में चिन्ह अंकित स्थान पर एक लकीर खींच कर इस सर्किट को समाप्त कर आगे होने वाले हार्ट फैलियर से बचाव का इलाज किया गया।

वर्ष 2018 से अभी तक लगभग डेढ़ दर्जन तीव्र धड़कन के रोगियों का इलाज एडवांस का डेट इंस्टिट्यूट में रेडियो फ्रिकवेंसी एबलेशन और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी पद्धति से किया गया है। इनमें से ज्यादातर मरीजों का इलाज छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लोकहित में चलाई जा रही योजनाएं जैसे खूबचंद बघेल योजना के अंतर्गत किया गया। 19 तारीख को भर्ती हुए मरीज का इमरजेंसी में इलाज के लिए राज्य नोडल एजेंसी द्वारा कुछ ही घंटों में प्रक्रिया में लगने वाले सामान को प्रदान करने का अनुमोदन संसाधित कर उस मरीज के जीवन की रक्षा की लगातार तेज धड़कन में रहने के कारण इस मरीज का दिल फेल होना शुरू हो गया था।

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2 दिन चले इस कार्यशाला में कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ स्मित श्रीवास्तव, कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर जोगेश एवं डॉक्टर्स सुलभ, निश्चित ना विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर के के सहारे एवं सीटीवीएस से डॉक्टर के के साहू ने मरीजों के इलाज में योगदान दिया ऑपरेशन के पूर्व और बाद की समुचित देखभाल का नेतृत्व सिस्टर शीला और कैथल के अंदर आई पी वर्मा टेक्नीशियन चीफ के द्वारा किया गया।

नई 3D इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी मशीन और आधुनिक रेडियो फ्रिकवेंसी एबलेशन के द्वारा इलाज करने की एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में उपलब्धता से छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को उचित इलाज अब निरंतर उपलब्ध रहेगा। पूर्व में इस मशीन को नई दिल्ली से कुछ समय के लिए मंगाया जाता था। लेकिन अब आधुनिक यूपी लाइव के एडवांस का डेट इंस्टिट्यूट में स्थापित होने से यह सुविधा मरीजों को निरंतर जरूरत के समय उपलब्ध रहे।

 
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