पटवारी बनने के लिए बेरोजगारों के 58 करोड़ रुपये खर्च | unemployed people Spent 58 crore to become Patwari

पटवारी बनने के लिए बेरोजगारों के 58 करोड़ रुपये खर्च

पटवारी बनने के लिए बेरोजगारों के 58 करोड़ रुपये खर्च

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:33 PM IST, Published Date : December 9, 2017/8:29 am IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में आज से शुरू हुई पटवारी भर्ती परीक्षा न सिर्फ इस प्रदेश में बल्कि देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। पटवारी परीक्षा को लेकर इतनी चर्चा इससे पहले कभी नहीं हुई थी, ऐसे में आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर इस बार ऐसा क्या ख़ास है कि जिस परीक्षा में सिर्फ मध्य प्रदेश के ही मूल निवासी आवेदक बन सकते हैं, उसकी चर्चा पूरे भारत में हो रही है?

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दरअसल, मध्य प्रदेश में 9235 पटवारी पदों के लिए भर्ती हो रही है और इसमें शामिल होने की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इस बार स्नातक कर दी गई है। पहले बारहवीं पास भी पटवारी बनने के लिए आवेदन कर सकते थे। जब इस परीक्षा की घोषणा हुई थी, उस वक्त ये अंदाजा भी न था कि इतनी बड़ी संख्या में आवेदन आएंगे, लेकिन 18 से 40 साल तक की उम्र सीमा होने और बेरोजगारी के कारण 12 लाख से भी ज्यादा आवेदकों ने इसके लिए अप्लाई कर दिया। न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता भले ही ग्रेजुएशन रखी गई है, लेकिन आवेदन करने वालों में एमए, एमटेक, पीएचडी भी शामिल हैं। ये परीक्षा आज से लेकर 31 दिसंबर तक चलेगी, जिसके पहले ही दिन मध्य प्रदेश में जगह-जगह से तरह-तरह की अव्यवस्था की ख़बरें सामने आई हैं।

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एक अनुमान के मुताबिक पटवारी बनने के लिए मध्य प्रदेश के बेरोजगारों ने 55 से 60 करोड़ रुपये सिर्फ फॉर्म भरने में खर्च कर दिए हैं। इस परीक्षा के लिए सामान्य वर्ग के लिए 500 रुपये और आरक्षित वर्ग के लिए 250 रुपये रखी गई है, जबकि ऑनलाइन आवेदन के लिए दोनों श्रेणियों को 70 रुपये अतिरिक्त लगने थे। अभ्यर्थियों की तादाद इतनी बड़ी संख्या में उमड़ी कि आवेदकों ने ऑनलाइन फॉर्म भरने को ही प्राथमिकता दी।

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अगर 12 लाख आवेदकों में से 8 लाख को सामान्य वर्ग का माना जाए तो इस श्रेणी के आवेदकों को फॉर्म भरने में 45 करोड़ 60 लाख रुपये लगे हैं। इसी तरह आरक्षित श्रेणी के 4 लाख आवेदकों को 12 करोड़ 80 लाख रुपये लगे। कुल मिलाकर ये रकम 58 करोड़ 40 लाख रुपये होती है। वैसे आवेदकों की सही संख्या और किस श्रेणी में कितने आवेदक हैं, इसकी आधिकारिक जानकारी अभी सामने नहीं आ पाई है।

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पद 9235 और आवेदक 12 लाख का मतलब है कि करीब 130 आवेदन करने वालों में से एक ही पटवारी बन सकता है। अब इतना कड़ा मुकाबला मध्य प्रदेश में हो रहा है, इतनी उम्मीदें पटवारी पद से जुड़ी हैं तो निश्चित रूप से इस परीक्षा को लेकर सुर्खियां तो बननी ही हैं।

 

 

वेब डेस्क, IBC24

 
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