इसके अलावा इस कॉरिडोर में मंदिर चौक, मुमुक्षु भवन, तीन यात्री सुविधा केंद्र, चर शॉपिंग काम्प्लेक्स, मल्टीपर्पस हॉल, सिटी म्यूजियम और वाराणसी गैलरी जैसी अन्य कई सुविधाएं भी मौजूद हैं.
इस कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद श्रद्धालु 50 फीट चौड़ी सड़क से गंगा घाट से सीधे मंदिर परिसर में.पहुंचेंगे. काशी विश्वनाथ धाम में महादेव के प्रिय पौधे रुद्राक्ष, बेल, पारिजात, वट और अशोक लगाए जाएंगे.
इस कॉरिडोर को तीन भागों में बांटा गया है. इसमें चार बड़े-बड़े गेट और परिक्रमा पथ पर 22 शिलालेख लगाए गए हैं जिसमें काशी की महिमा और इतिहास का भी जिक्र किया गया है. इसके निर्माण में चुनार के गुलाबी पत्थर, मकराना का सफेट मार्बल और वियतनाम से लाए गए खास पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है.
आज से पहले जब भी कोई श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्श करने के लिए आता था तो उसे बनारस की तंग गलियों से होकर गुजरना पड़ता था. लेकिन अब इस कॉरिडोर के बनने के बाद श्रद्धालु गंगा घाट से सीधे बाबा विश्वनाथ के मंदिर में पहुंच जाएंगे. इस भव्य कॉरिडोर में छोटी बड़ी 23 इमारतें और 27 मंदिर हैं. इस पूरे कॉरिडोर को 50 हजार वर्ग मीटर के एक बड़े परिसर में बनाया गया है.
शिव भक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज काशी वासियों को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) की सौगात देने जा रहे हैं. 8 मार्च 2019 को जिस विश्वनाथ धाम का प्रधानमंत्री का शिलान्यास किया था. करीब 33 महीने के बाद आज नव्य-भव्य काशी विश्वनाथ धाम पूरी तरह से बनकर तैयार हैं. करीब 250 साल पहले अहिल्याबाई ने विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था. उसके बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका कायाकल्प कर दिया है. जिसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की थी आज वो सपना साकार हो चुका है. गंगा जल लेकर अब शिवभक्त सीधे बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर सकेंगे. तस्वीरों से समझिए काशी विश्वनाथ धाम की खासियत.
modi-lunch2
पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मजदूरों के साथ पंगत में बैठकर भोजन किया. खाने के मेन्यू में उनकी पसंद का ध्यान रखा गया था. गुजराती व्यंजन की भी व्यवस्था की गई थी. इससे पहले अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बनारस के लोगों पर शक करते थे. कहते थे कि ये कैसे होगा, वो कैसे होगा. लेकिन उनको पता नहीं था कि काशी तो अविनाशी है. काशी में तो एक ही सरकार है वो सरकार है बाबा की. उन्होंने कहा कि जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना की सफलता के पीछे अनगिनत व्यक्तियों की मेहनत है। आज के कार्यक्रम के दौरान मुझे उनका सम्मान करने और उनके साथ दोपहर का भोजन करने का अवसर मिला। भारत माता के इन गौरवान्वित बच्चों को मेरा प्रणाम!।
काशी विश्वनाथ धाम का लोकापर्ण करने वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी ने मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. इसके बाद पीएम ने गेरुआ वस्त्र धारण किया. इसके बाद पीएम मोदी ने गंगा नदी में डुबकी लगाई. गंगा की लहरों के बीच पीएम मोदी लंबे समय तक रहे. उन्होंने स्नान करने के बाद पूजन और ध्यान किया. पीएम मोदी ने मां गंगा की गोद में उतरकर पूजा भी की. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे.
अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्रूज के जरिए रविदास घाट पहुंचे. यहां उन्होंने संत रविदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. साथ ही उन्होंने संत रविदास को नमन भी किया. शाम को 6 बजे पीएम गंगा आरती में शामिल होंगे. इस दौरान उनके साथ सीएम योगी भी नजर आए.
काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के बाद अलकनंदा क्रूज़ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ललिता घाट से रविदास घाट जा रहे हैं।
modi-in-varansi-1 (1)