PM ScHools for Rising India: शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) योजना की घोषणा की हैं। इस योजना का उद्देश्य शिक्षा प्रदान करने के तरीके पर जोर रहेगा। 21वीं सदी के कौशल की जरूरतों के अनुसार समग्र और पूर्ण विकसित नागरिकों का निर्माण करना भी है।
पीएम-श्री योजना : सोमवार 5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (pmsy) योजना की घोषणा की हैं। देश भर के 14,500 स्कूलों को इस योजना के तहत उन्नत व विकसित किया जाएगा। बता दें की प्रधानमंत्री ने इस घोषणा की जानकारी अपने ट्विटर के जरिये दी हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘शिक्षक दिवस पर मैं एक नयी योजना की घोषणा कर रहा हूं। पीएम-श्री के तहत देश भर में 14,500 स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक परिवर्तनकारी, समग्र व आधुनिक तरीका होगा।
इन सभी मॉडल स्कूल बनेंगे और राष्ट्रीय शिक्षा की नीति की पूरी भावना होगी। इस योजना की नवीनतम तकनीक में कक्षा ,खेल ,स्मार्ट और इसके आधारिक संरचना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
PM-Shri scheme: पीएम-श्री योजना को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा हैं कि शिक्षा प्रदान करने की तकनीक में परिवर्तन लाना। इसमें एक आधुनिक व समग्र तरीका होगा। इसमें खोज उन्मुख और सीखने के केंद्र में रखकर शिक्षा प्रदान करने के तरीके पर जोर होगा। उन्होंने कहा, ‘इस योजना की नवीनतम तकनीक में कक्षा ,खेल ,स्मार्ट और इसके आधारिक संरचना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा’।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य सिर्फ गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, आधारिक संरचना, विकास व अध्ययन होगा। 21 वीं सदी के समग्र तथा पूर्ण विकसित नागरिकों का विकास और निर्माण करना भी हैं। धर्मेंद्र प्रधान ने इस योजना की सरहाना की और कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन तथा भारत को एक जीवंत ज्ञान समाज बनाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम हैं।
केंद्रीय मंत्री ने एक ट्वीट में कहा,‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति की एक प्रयोगशाला, जिसमे देश भर के 14,500 स्कूलें अपने अनूठे अनुभवात्मक, विकास, पूछताछ-संचालित तथा शिक्षार्थी-केंद्रित शिक्षाशास्त्र के साथ मानवतावादी वालें अच्छे व्यक्तियों का निर्माण होगा। यह 21 वीं सदी के कुशल होगा। तथा ‘पीएम-श्री स्कूलों के अन्य स्कूल को भी नेतृत्व प्रदान करेंगा ताकि अध्ययन का एक माहौल बने और शैक्षणिक नतीजों में सुधार हो सके।