मप्र में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे अखिलेश यादव; गुना पर रहेगा फोकस |

मप्र में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे अखिलेश यादव; गुना पर रहेगा फोकस

मप्र में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे अखिलेश यादव; गुना पर रहेगा फोकस

:   Modified Date:  April 15, 2024 / 10:22 PM IST, Published Date : April 15, 2024/10:22 pm IST

भोपाल, 15 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) की मध्य प्रदेश इकाइयों के नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में अखिलेश यादव के प्रचार दौरे का कार्यक्रम तय करने के लिए सोमवार को बैठक की। दोनों दलों के पदाधिकारियों ने यह जानकारी दी।

मध्य प्रदेश में सपा और कांग्रेस गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा को चुनाव लड़ने के लिए खजुराहो सीट दी गई थी, हालांकि उनके उम्मीदवार का नामांकन प्रपत्र (फॉर्म) खारिज कर दिया गया।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रमुख मनोज यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अखिलेश यादव कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए चार से छह सभाओं को संबोधित करेंगे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के मीडिया सलाहकार के के मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘कांग्रेस और सपा के नेताओं ने आज मुलाकात की तथा मध्य प्रदेश में यादव के दौरे की रूपरेखा तैयार की। दोनों दल शीघ्र ही उनके दौरे का कार्यक्रम अपने केंद्रीय नेतृत्व को भेजेंगे।’

मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गुना में सभाओं को संबोधित करने के लिए कहा जाएगा। गुना से कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह यादव केंद्रीय मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

एक अनुमान के मुताबिक गुना में करीब 1.50 लाख यादव मतदाता हैं। वर्ष 2019 में, भाजपा उम्मीदवार के पी यादव ने तब कांग्रेस के साथ रहे सिंधिया को 1.25 से अधिक मतों के अंतर से हराया। गुना में सात मई को मतदान होगा।

सोमवार की बैठक में कांग्रेस और सपा ने खजुराहो में ‘ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक’ के उम्मीदवार आर बी प्रजापति को समर्थन देने का भी फैसला किया।

सपा प्रवक्ता यश भारतीय ने कहा, ”प्रजापति शेर के चिन्ह पर लड़ रहे हैं और वह एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं।”

मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ सीट साझा करने का समझौता नहीं कर पाने के कारण सपा नाराज थी। विधानसभा चुनाव भाजपा ने जीत लिया था।

सपा और कांग्रेस के बीच उस समय तल्खी बढ़ गई जब वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने गठबंधन पर एक सवाल को यह कहकर टाल दिया कि ‘अखिलेश वखिलेश’ के बारे में भूल जाओ।

भाषा दिमो

राजकुमार

राजकुमार

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)